चिकित्सकों के ऊपर हो रहे हमलों के खिलाफ IMA का देश भर में विरोध प्रदर्शन
चिकित्सकों के ऊपर हो रहे हमलों के खिलाफ IMA का देश भर में विरोध प्रदर्शन

रायपुर। देशभर में चिकित्सकों और चिकित्सा कर्मियों के प्रति बढ़ती जा रही हिंसक वारदातों का विरोध करने के लिए 18 जून 2021 को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की राष्ट्रीय इकाई ने “विरोध दिवस” के रुप में मनाया। इस दौरान सभी चिकित्सकों और चिकित्सा कर्मियों ने अपने कार्यस्थल पर काले मास्क पहनकर तथा काली पट्टी लगाकर काम किया । कुछ जगहों पर काले झंडे भी लगाए गए। वहीं बैनर और पोस्टर के जरिए जनता के सामने अपनी पीड़ा रखी गई ।

हिंसा के खिलाफ केंद्रीय कानून बनाने की मांग

इंडियन मेडिकल एसोसिएशन रायपुर के सदस्य पंडित जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में एकत्र हुए , जहां उन्होंने पीड़ादायक घटनाओं के प्रति अपना विरोध दर्ज कराया । साथ ही यह मांग की कि, पूरे देश में एक केंद्रीय कानून बनाया जाए, जो चिकित्सकों और उनके संस्थानों को सुरक्षा प्रदान करे और ऐसे किसी भी व्यक्ति, जो चिकित्सकों तथा चिकित्सा कर्मियों को शारीरिक अथवा मानसिक रूप से हानि पहुंचाते हैं , उन्हें कड़ी से कड़ी सजा का प्रावधान रहे और यह अपराध गैर जमानती रहे । चिकित्सा संस्थानों में पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था प्रदान की जाए ।

कोरोना से दिवंगत डॉक्टरों को मिले शहीद का दर्जा

IMA की मांग है कि जिन चिकित्सकों और चिकित्सा कर्मियों ने कोविड महामारी के दौरान लोगों का इलाज करते हुए अपने प्राण गवाएं, उन्हें केंद्र सरकार शहीद का दर्जा दे और जो सुविधाएं एक शहीद के परिवार को दी जाती हैं, वह उन चिकित्सकों और उनके परिवारों को दी जाएं।

IMA का कहना है कि यदि समय रहते सरकार ने सख्त कदम नहीं उठाए तो हो सकता है कि भविष्य में असुरक्षा की भावना के चलते लोग चिकित्सा के क्षेत्र में ना आना चाहें तथा हमलों के डर से चिकित्सक आपातकालीन स्थिति में मरीजों का इलाज करने से बचें । दोनों ही स्थितियों में नुकसान समाज और देश का होगा और जब समाज अस्वस्थ होगा तो, देश भी अस्वस्थ ही होगा।

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