कोयला खदान
भूविस्थापितों ने कोयला खदान के लिए हो रहे भूमिपूजन का किया विरोध

कोरबा। एसईसीएल कुसमुंडा क्षेत्र के द्वारा खदान विस्तार के लिए किए जा रहे काम का जमकर विरोध हुआ। एसईसीएल के सीजीएम आर पी सिंह स्टाफ के साथ बरकुटा जटराज पहुंचे थे, उनके साथ मशीनरी भी थी। खदान के विस्तार के लिए यहां पर भूमि पूजन किया जाना था। इस दौरान काफी संख्या में विस्थापित यहां पहुंच गए और विरोध जताया।

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बरसों बीत गए आश्वासन सुनते

भूविस्थापितों ने कहा कि लोगों की जमीन ली गई है लेकिन उन्हें मुआवजा और नौकरी देने की प्रक्रिया अभी तक पूरी नहीं की गई है। इस स्थिति में अपनी जमीनों पर खदान का विस्तार नहीं करने देंगे।

यहां की निरुपा बाई और मीना बाई नामक विस्थापितों ने बताया कि बरसों से उन्हें नौकरी और मुआवजे के लिए लटका कर रखा गया है, इस बीच 03 सीजीएम यहां से जा चुके हैं। काफी देर तक इसे लेकर गहमागहमी की स्थिति बनी रही। इस दौरान अधिकारी भूविस्थापितों पर दबाव बनाने की कोशिश में लगे रहे।

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पांच दिनों के भीतर जॉइनिंग लेटर देने का वादा

भूमिपूजन के लिए पहुंचे सीजीएम आर पी सिंह ने मौके पर ही भूविस्थापितों को आश्वस्त किया कि जिन्हें भी पात्र माना गया है, उन सभी को 05 दिनों के भीतर नौकरी के लिए जॉइनिंग लेटर दे दिया जायेगा।

इसके बाद भूविस्थापित यहां से चले गए, और पूजापाठ के बाद काम शुरू किया गया गया। बताया गया कि ग्राम जटराज के 09 और बरकूटा के 05 लोगों को नौकरी देने के लिए पात्र माना गया है।

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