जल समाधि
किराया नहीं बढ़ने पर जल समाधि की चेतावनी दी बस ऑपरटरों ने

रायपुर। लगातार दो बार लगे लॉकडाउन के चलते बसों के पहिए थम गए और बस आपरेटरों की कमर टूट गई है, इसी दौरान डीजल की 43 प्रतिशत मूल्य वूद्धि के कारण बसों का संचालन करना असंभव हो गया है। इस मुद्दे को लेकर राज्य शासन के परिवहन मंत्री एवं परिवहन सचिव से मुलाकात कर यात्री किराया में वृद्धि की मांग की गई है। अपनी इस मांग के लिए यातायात महासंघ ने चरणबद्ध ढंग से आंदोलन करने का निर्णय लिया है।

छत्तीसगढ़ यातायात महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष सैय्यद अनवर अली इसकी जानकारी दी है । उन्होंने बताया कि 16 माह में कोरोना महामारी के लॉकडाउन के चलते बसों के पहिए थमने पर अधिकांश बस आपरेटरों की आर्थिक हालत अत्यंत खराब है। इस दौरान पड़ोसी राज्यों मध्यप्रदेश, ओडिशा, झारखंड, महाराष्ट्र एवं उत्तर प्रदेश सरकार ने यात्री किराया में 25 से 35 प्रतिशत की वृद्धि की है, जबकि छत्तीसगढ़ शासन से अब तक कोई राहत नहीं मिली है। छत्तीसगढ़ में संचालक 40 प्रतिशत की यात्री किराया में वृद्धि होने पर ही बसें चलने की स्थिति में होंगे।

यह भी पढ़ें: Bank Alert: जुलाई में 15 दिनों तक बैंक रहेंगे बंद, RBI ने जारी किया Holiday List

एक लाख से अधिक लोगों की चलती है रोजी-रोटी

यातायात महासंघ ने बताया कि एक लाख आठ हजार लोग यातायात महासंघ से जुड़ेे हैं और परिवहन व्यवसाय से उनकी रोजी-रोटी चलती है। इसके अलावा बसों की चेसिस एवं बॉडी पर 18 प्रतिशत जीएसटी को बढ़ाकर सरकार ने 28 प्रतिशत कर दिया है। बीमा की दर में 100 प्रतिशत की वृद्धि हो चुकी है। वहीं टायरों की कीमत में 12 प्रतिशत टैक्स को बढ़ाकर 18 प्रतिशत किया गया है।

यह भी पढ़ें: दुर्ग के इस गांव में शत-प्रतिशत टीकाकरण, 18+ वाले सभी लोगों ने लगवाया टीका

किराया बढ़ाने 28 जून से शुरू होगा आंदोलन

यात्री किराये में वृद्धि के लिए यातायात महासंघ चरणबद्ध आंदोलन करेगा। 28 जून को प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों में एक दिवसीय शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन किया जाएगा। दो जुलाई को जिला मुख्यालयों में कलेक्टरों को ज्ञापन सौंपा जाएगा। 8 जुलाई को जिला मुख्यालय में बस संचालक, चालक, परिचालक, हेल्पर, क्लीनर परिवार सहित रैली निकालकर कलेक्टरों को ज्ञापन सौपेंगे।

यह भी पढ़ें: BREAKING : रायपुर में अब रात 8 बजे तक खुल सकेंगी दुकानें, रविवार को भी बाकी दिन की तरह UNLOCK की अनुमति, आदेश जारी

12 जुलाई को बुढ़ापारा धरनास्थल में संयुक्त रूप से महाधरने का आयोजन किया गया है। इसके बाद भी शासन मांगें पूरी नहीं करती है तो 13 जुलाई को प्रदेश भर में बसें अनिश्चितकान के लिए बंद की जाएंगी। वहीं 14 जुलाई को बस संचालक दोपहर 3 बजे खारून नदी में जल समाधि लेंगे।

Hindi News के लिए जुड़ें हमारे साथ हमारे फेसबुक, ट्विटरटेलीग्राम और वॉट्सएप पर