टीआरपी डेस्क। देशभर में कोरोना की दूसरी लहर के कम होने के बाद अब तीसरी लहर का डर जताया जा रहा है। वहीं डेल्टा प्लस वेरिएंट (Delta Plus Variant) को भी तीसरी लहर का एक कारण माना जा रहा है। जिसके अब तक देशभर में 40 मरीज पाए गए हैं। जिनमें 21 मरीज महाराष्ट्र के हैं, जहां रत्नागिरी के एक मरीज की शुक्रवार को मौत हो गई। जिसके बाद राज्य के कैबिनेट मिनिस्टर डॉ. राजेन्द्र शिंगणे ने अपने बयान से इस दहशत को और ज्यादा बढ़ा दिया है।

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बता दें, कोरोना की तीसरी लहर के मुद्दे पर दो दिनों पहले राज्य मंत्रिमंडल की बैठक हुई। इस बैठक में तीसरी लहर पर कैसे नियंत्रण लाया जाए, इस पर चर्चा की गई। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (CM Uddhav Thackeray) ने इस संबंध में संबंधित अधिकारियों को हर संभव उपाय करने का आदेश दिया है। इस लहर में करीब 50 लाख मरीज संक्रमित होंगे और उन संक्रमितों में 5 लाख बच्चे होंगे। यह अनुमान कैबिनेट मंत्री डॉ. राजेंद्र शिंगणे ने शुक्रवार को लगाया। इसके अलावा उन्होंने यह विश्वास भी जताया कि अगर महाराष्ट्र में कोरोना की तीसरी लहर आई तो उस लहर पर काबू पाने में हमें कामयाबी मिलेगी।
कोरोना की दूसरी लहर में हमारे सामने जो सबसे बड़ी मुश्किलें ऑक्सीजन की कमी से जुड़ी थीं। कहीं ऑक्सीजन बेड्स नहीं थे, कहीं वेंटिलेटर्स नहीं थे, कहीं रेमडेसिविर के डोज नहीं मिल पा रहे थे। कहीं यह सबकुछ मिल जाते थे तो डॉक्टर नहीं मिल पाते थे। इन सभी परेशानियों और उनसे जुड़े समाधानों को लेकर मुख्यमंत्री से चर्चा की जा चुकी है। दुर्भाग्य से अगर महाराष्ट्र में कोरोना की तीसरी लहर आती है तो इस बार ऑक्सीजन, इंजेक्शन से लेकर डॉक्टरों और पैरामेेडिकल स्टाफ की कमी नहीं पड़ेगी। इसके लिए राज्य इस बार पूरी तरह से तैयार है।
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