नहीं रहीं बालिका वधु की 'दादी सा' सुरेखा सीकरी, कार्डिएक अरेस्ट से निधन

मुंबई। नेशनल अवॉर्ड विनिंग और कई फिल्मों और सीरियलों में अपनी ऐक्टिंग से लोगों का दिल जीत चुकीं ऐक्ट्रेस सुरेखा सीकरी (Surekha Sikri) का शुक्रवार सुबह कार्डिएक अरेस्ट से निधन (Surekha Sikri Death) हो गया है। सुरेखा सीकरी 75 साल की थीं और पिछले दिनों उन्हें ब्रेन स्ट्रोक हुआ था।

सुरेखा सीकरी ने नैशनल स्कूल ऑफ ड्रामा से ऐक्टिंग में ग्रैजुएशन किया था। उन्हें फिल्म ‘तमस’, ‘मम्मो’ और ‘बधाई हो’ के लिए 3 बार नैशनल अवॉर्ड से नवाजा गया था। नैशनल अवॉर्ड के अलावा 1989 में सुरेखा को संगीत नाटक अकैडमी अवॉर्ड भी मिला था।

यूं तो सुरेखा सीकरी ने बहुत फिल्मों और नाटकों में काम किया मगर घर-घर में उनकी पहचान टीवी सीरियल ‘बालिका वधू’ के किरदार दादी सा से बनी। इस सीरियल में उनके कड़क किरदार को बेहद पसंद किया गया था।

सुरेखा सीकरी का जन्म 19 अप्रैल 1945 को दिल्ली में हुआ था। उनका बचपन अल्मोड़ा और नैनीताल में गुजरा था। बाद में 1971 में उन्होंने नैशनल स्कूल ऑफ ड्रामा से ग्रैजुएशन किया था। सुरेखा के पिता एयरफोर्स में थे और उनकी मां टीचर थी। सुरेखा की शादी हेमंत रेगे से हुई थी जिनसे उनका एक बेटा राहुल सीकरी है। सुरेखा सीकरी की स्टेप सिस्टर मनारा सीकरी की शादी नसीरुद्दीन शाह से हुई थी जिनसे उनकी बेटी हीबा शाह हैं।

लगभग 50 साल के अपने ऐक्टिंग करियर में सुरेखा ने किस्सा कुर्सी का, तमस, सलीम लंगड़े पे मत रो, मम्मो, नसीम, सरदारी बेगम, सरफरोश, दिल्लगी, हरी भरी, जुबैदा, काली सलवार, रघु रोमियो, रेनकोट, तुमसा नहीं देखा, हमको दीवाना कर गए, बधाई हो, शीर कोरमा और घोस्ट स्टोरीज जैसी मशहूर फिल्मों में काम किया था

। फिल्मों के अलावा सुरेखा ने बालिका वधू, एक था राजा एक थी रानी, परदेस में है मेरा दिल, सात फेरे, बनेगी अपनी बात, कसर, कहना है कुछ मुझको, जस्ट मोहब्बत जैसे कई मशहूर सीरियलों में भी काम किया था।

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