पैंतरेबाजी नीरव मोदी ने भारत आने से बचने के लिए बनाया नया बहाना, वकीलों ने जताई आत्महत्या की आशंका
पैंतरेबाजी नीरव मोदी ने भारत आने से बचने के लिए बनाया नया बहाना, वकीलों ने जताई आत्महत्या की आशंका

नेशनल डेस्क। पीएनबी बैंक घोटाले का प्रमुख आरोपी भगोड़ा नीरव मोदी भारत प्रत्यर्पित होने से बचने के लिए तरह-तरह के बहाने बना रहा है। भारत आने से बचने को वह अब बीमारी से लेकर कोरोना तक की पैंतरेबाजी करने लगा है। अब बुधवार को उसके वकीलों ने लंदन में उच्च न्यायालय से कहा कि मुम्बई की आर्थर रोड जेल में कोविड-19 के व्यापक असर के कारण उसके आत्महत्या करने की आशंका बढ़ जाएगी। भारत प्रत्यर्पण के बाद नीरव को इसी जेल में रखे जाने की संभावना है।

पंजाब नैशनल बैंक से दो अरब डॉलर की धोखाधड़ी के मामले में नीरव (50) वांछित है। दक्षिण-पश्चिम लंदन में वेंटवर्थ जेल में बंद नीरव डिजिटल तरीके से सुनवाई में शामिल हुआ। उसके वकीलों ने फरवरी में जिला न्यायाधीश सैम गूज द्वारा प्रत्यर्पण के आदेश और अप्रैल में ब्रिटेन की गृह मंत्री प्रीति पटेल द्वारा इसे मंजूरी दिए जाने के खिलाफ अपील की अनुमति देने का अनुरोध करते हुए यह दलील दी।

न्यायमूर्ति मार्टिन चेंबरलेन के समक्ष प्रस्तुत नई याचिका पर सुनवाई के दौरान नीरव के वकीलों ने इस आधार पर पूर्ण अदालत की सुनवाई का अनुरोध किया कि उसकी मानसिक स्थिति को देखते हुए प्रत्यर्पण करना ठीक नहीं होगा क्योंकि वह आत्मघाती कदम उठा सकता है। नीरव के वकील एडवर्ड फिजगेराल्ड ने दलील दी कि न्यायाधीश गूज ने फरवरी में उसके प्रत्यर्पण के पक्ष में आदेश देकर चूक की।

न्यायाधीश इस परिणाम पर पहुंचे थे कि नीरव का गंभीर अवसाद उसकी कैद को देखते हुए असामान्य नहीं था और आत्महत्या करने की कोई प्रवृत्ति नहीं दिखी। फिजगेराल्ड ने कहा, ‘‘जिला न्यायाधीश ने यह फैसला देकर गलती की कि नीरव की मानसिक स्थिति में कुछ भी असामान्य नहीं था और उसकी मौजूदा दशा के हिसाब से परिणाम पर पहुंचना गलत था।’’

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