ग्रामीण अर्थव्यवस्था के स्वावलंबन के लिए सहकारिता आंदोलन को मजबूत बनाने की जरूरत: बघेल

रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि सहकारी बैंक से किसानों की बड़ी उम्मीद हैं। ग्रामीण अर्थव्यवस्था को स्वावलंबी बनाने के लिए सहकारिता आंदोलन के विस्तार और इसे और अधिक मजबूत बनाने की आवश्यकता है। किसानों के साथ-साथ मजदूरों,गौपालकों, वनांचल के आदिवासी भाई-बहनों को भी सहकारी बैंकों से जोड़ा जाना चाहिए, जिससे उन्हें भी बैंक की सुविधाओं का लाभ मिल सके।

मुख्यमंत्री शनिवार को अपने निवास कार्यालय से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिला सहकारी केंद्रीय बैंक राजनांदगांव के नवनियुक्त अध्यक्ष नवाज खान के पदभार ग्रहण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राजनांदगांव जिले के वनांचल के गांव मानपुर और मुढ़ीपार (खैरागढ़) में सहकारी बैंक के भवन निर्माण की घोषणा की। उन्होंने कहा कि प्रत्येक सहकारी बैंक के भवन का निर्माण 36 लाख रूपए की लागत से किया जाएगा। कार्यक्रम का आयोजन राजनांदगांव के पद्मश्री गोविन्द राम निर्मलकर ऑडिटोरियम में किया गया।

इस अवसर पर सांसद दीपक बैज और राज्यसभा सांसद फूलोदेवी नेताम मुख्यमंत्री निवास में और छत्तीसगढ़ सहकारी बैंक के अध्यक्ष बैजनाथ चंद्राकर, राज्य पिछड़ा वर्ग प्राधिकरण के अध्यक्ष दलेश्वर साहू, छत्तीसगढ़ राज्य अनुसूचित जाति प्राधिकरण के अध्यक्ष भुवनेश्वर शोभाराम बघेल, विधायक इंदर सिंह मंडावी, देव्रत सिंह और छन्नी साहू, छत्तीसगढ़ अंत्यावसायी सहकारी वित्त एवं विकास निगम के अध्यक्ष धनेश पाटिला सहित अनेक जनप्रतिनिधि राजनांदगांव में उपस्थित थे।

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