रायपुर। विधानसभा में बृहस्पत सिंह मामले में कांग्रेस के कद्दावर नेता और मंत्री टी.एस. सिंहदेव का गुस्सा आखिरकार फूट ही पड़ा। सदन के बीच उनके चले जाने से सत्ता पक्ष हतप्रभ रह गया। वहीं विपक्ष को एक बड़ा मुद्दा मिल गया है सरकार को घेरने के लिए।

Big Breaking- छत्तीसगढ़ के इतिहास में पहली बार सदन छोड़ चले गए कद्दावर मंत्री, भावुक होकर @TS_SinghDeo ने कहा- अब बहुत हुआ, मैं भी एक इंसान हूं…मैं सदन में बैठने योग्य खुद को नहीं समझता @INCChhattisgarh #BigBreakingNews #TSSinghDeo #LeftTheCGAssembly https://t.co/jvHMU71FsS pic.twitter.com/Zp9qj9alY6
— The Rural Press (@theruralpress) July 27, 2021
बृहस्पति सिंह विवाद मामले में सदन से अपनी बात कहकर निकले मंत्री टी.एस. सिंहदेव सीधे अपने शासकीय आवास पहुंचे। अपने बंगले पहुंचने के बाद उन्होंने अपने बंगले में ताला लगवा दिया है और किसी को भी बंगले के अंदर जाने की अनुमति नहीं है।
सदन के बाहर और बंगले में भी मीडिया कर्मियों ने उनसे बातचीत करने की कोशिश, लेकिन उन्होंने किसी से भी कोई बात नहीं की। अब टीएस सिंहदेव के बंगले के बाद मीडियाकर्मियों का जमावड़ा है और सभी को उम्मीद है कि बाबा बाहर आकर मीडिया से बात करेंगे।
वहीं कांग्रेसी खेमे में बाबा के इसतरह के रूठ जाने से हड़कंप मच गया है। मुख्यमंत्री ने विधायकों की बैठक भी बुलाई जिसके बाद सदन को कल तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। मगर इस बीच एक यही सवाल उठ रहे हैं कि कांग्रेस के नेता मंत्री सिंहदेव को किस तरह मनाएंगे। पार्टी के वरिष्ठ नेता भी इसपर मंथन करने जुट गए हैं।
बता दें कि बता दें कि विधायक बृहस्पति सिंह ने मंत्री टीएस सिंहदेव पर गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा था कि महाराजा टीएस सिंहदेव उनकी हत्या कराकर मुख्यमंत्री बनना चाहते है। जिसके बाद से ये मामला सुर्खियों में है। वहीं विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत ने कहा 24 तारीख को बृहस्पति सिंह के साथ हुई घटना की जानकारी के बाद मैंने बृहस्पति सिंह और दो दो बार फोन लगाया लेकिन कोई जवाब नहीं। 25 तारीख को मैं रायपुर में ही था विधायक ने मुझे जान के खतरे की जानकारी नहीं दी।
बता दें कि मंत्री टीएस सिंहदेव ने बीच सदन में कहा-मैं भी एक इंसान हूं मेरे चरित्र के बारे में सब जानते हैं। शायद कुछ छिपा हुआ है जिसे अब सामने लाने की कोशिश की जा रही है। मैं नहीं समझता हूँ कि मेरी स्थिति ऐसी है कि जब तक शासन की ओर से इस पर स्पष्ट जवाब ना आ जाए मैं इस पवित्र सदन में रहना उचित नहीं समझता। ऐसा कहकर वे सदन से निकल गए।
अब सत्ता के गलियारों में इसी बात की चर्चा है कि मंत्री टीएस सिंहदेव को कांग्रेस के नेता किस तरह मनाते हैं। यहीं सिंहदेव नहीं मानते हैं तो क्या वे मंत्री पद से स्तीफे की पेशकश करेंगे?