टीआरपी डेस्क। केंद्र की मोदी सरकार ने सीबीआई के पूर्व निदेशक आलोक वर्मा पर कड़ी कार्रवाई करने का मन बना लिया है। कार्मिक विभाग और गृह मंत्रालय दोनों ने सीबीआई के पूर्व निदेशक आलोक वर्मा पर कार्रवाई की सिफारिश की है। आलोक वर्मा के खिलाफ यह कार्रवाई भ्रष्टाचार के मामले में की गई है। उनपर आरोप है कि उन्होंने सीबीआई निदेशक के पद पर रहते हुए नियमों का उल्लंघन किया था।

खबर के मुताबिक, सरकार ने अब वर्मा के खिलाफ लगे भ्रष्टाचार के आरोपों का संज्ञान लिया है और दावा किया है कि उन्होंने सीबीआई डायरेक्टर रहते हुए अपने पद का दुरुपयोग किया।
बता दें कि आलोक वर्मा का नाम उन संभावित लोगों की सूची में भी शामिल है, जिनकी पेगासस स्पाइवेयर के जरिए जासूसी की गई। इतना ही नहीं सरकार ने यह भी पाया है कि वर्मा ने अपने कार्यकाल में सरकारी नियमों का भी उल्लंघन किया था। सरकार ने वर्मा पर पेनेल्टी लगाए जाने की भी सिफारिश की है। अगर सरकार की ओर से की गई ये सिफारिशें मान ली जाती हैं, तो इससे आलोक वर्मा की पेंशन और रिटायरमेंट के बाद मिलने वाली अन्य सुविधाओं पर असर पड़ सकता है।