वाशिंगटन। अफगानिस्तान पर तालिबान के हुए कब्जे को लेकर दुनिया भर की निगाह अमेरिका पर है की इस संकट में अमेरिका अफगानिस्तान के लोगों की मदद करेगा या नहीं। या फिर तालिबान पर शिकंजा कसने के लिए कोई ठोस कदम उठाएगा। क्योंकि तालिबानियों द्वारा जो तस्वीरें शेयर की जा रहीं हैं वे भयावह और इंसानियत को खत्म करने वालीं हैं। इसी बीच अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने बयान दिया है। सुलिवन ने कहा की हम सुरक्षा और राजनीतिक माध्यमों के जरिए प्रतिदिन तालिबान से बात कर रहे हैं और काबुल एयरपोर्ट से नागरिकों को निकालने का प्रयास भी कर रहे हैं। इसके अलावा उन्होंने कहा की हम तालिबान पर भरोसा नहीं कर रहे, इसलिए पूरी सुरक्षा के साथ हैं और किसी भी प्रकार का भ्रम नहीं है। अभी हजारों लोग फंसे हैं जिनको सकुशल वापिस लाना हमारी जिम्मेदारी है। अमेरिका अपने सहयोगी देशों और साझेदारों के साथ भी परामर्श ले रहा है।

बातचीत का दायरा बड़ा

ह्वाइट हाउस में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए सुलेविन ने जोर देकर कहा, ‘हम रोजाना तालिबान के साथ बातचीत कर रहे हैं। यह बातचीत सुरक्षा एवं राजनीतिक दोनों चैनलों के जरिए हो रही है। तालिबान के साथ क्या बातचीत चल रही है, मैं इसके विवरण में नहीं जाना चाहता। हालांकि, इस बातचीत का दायरा बड़ा है, विस्तृत मुद्दों पर वार्ता चल रही है।’ यह पूछे जाने पर कि क्या राष्ट्रपति जो बाइडन भी तालिबान के साथ बातचीत करेंगे।

सहयोगी देशों से ले रहे परामर्श

इस सवाल पर एनएसए ने कहा कि ‘अभी इस बारे में नहीं सोचा जा रहा है।’ सुलेविन ने बताया कि अफगानिस्तान से नागरिकों को निकालने जाने को लेकर अमेरिका अपने सहयोगी देशों और साझीदारों के साथ राय-मशविरा कर रहा है। साथ ही काबुल से निकाले जा रहे नागरिकों पर भी उसकी नजर है। उन्होंने कहा, ‘हम यह रोजाना कर रहे हैं। हमें लगता है कि हमें इससे फायदा हुआ है।’ एनएसए ने बताया कि तालिबान के साथ जो बातचीत हो रही है उसका दायरा काफी बड़ा है। काबुल की मौजूदा स्थितियां और एयरपोर्ट पर क्या चल रहा है, यह सभी बातचीत का हिस्सा हैं। अमेरिकी और अन्य देशों के नागरिक काबुल एयरपोर्ट कैसे पहुंच रहे हैं, इस बारे में भी तालिबान से वार्ता हो रही है। एनएसए ने कहा कि तालिबान के साथ हमारी बातचीत आगे भी जारी रहेगी।

अमेरिकी सैनिकों की वापसी के सवालों से विचलित 

इस बीच, अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने कहा कि अमेरिका को अफगानिस्तान से अमेरिकियों और अफगान लोगों को निकालने पर अपना ध्यान केन्द्रित रखना चाहिए। हैरिस ने सिंगापुर में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि अमेरिका को अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की वापसी संबंधी सवालों से विचलित नहीं होना चाहिए। जब उनसें पूछा गया कि उन्हें क्या लगता है कि वापसी अलग तरीके से की जानी चाहिए थी, तो उन्होंने कहा, ‘यह कोई सवाल नहीं है कि क्या हुआ है और इसका एक मजबूत विश्लेषण होना चाहिए, लेकिन अभी यह कोई सवाल ही नहीं है और हमारा ध्यान अमेरिकी नागरिकों, हमारे साथ काम करने वाले अफगान लोगों और महिलाओं और बच्चों सहित कमजोर लोगों को निकालने पर है।

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