23 मजदूरों के फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनाकर निकाल ली योजना की राशि, पुलिस ने 04 को गिरफ्तार कर भेजा जेल
23 मजदूरों के फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनाकर निकाल ली योजना की राशि, पुलिस ने 04 को गिरफ्तार कर भेजा जेल

छिंदवाड़ा। कर्मकार कल्याण मंडल की योजना का लाभ उठाने के लिए चार कर्मचारियों ने मिलकर एक ही गांव के 23 ग्रामीणों का फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बना डाला। इन प्रमाण पत्रों के सहारे मृत्यु उपरांत मिलने वाली 2-2 लाख रूपये की सहायता राशि निकाल ली गयी। मामला उजागर होने पर तीनो कर्मचारियों को निलंबित करते हुए मामला पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया।

सरकारी योजना का बेजा फायदा उठाया

कृषि मंत्री कमल पटेल, जो छिंदवाड़ा के प्रभारी मंत्री हैं, उन्होंने बताया कि बोहनाखेड़ी गांव में 23 व्यक्तियों के मृत्यु प्रमाण पत्र बनाये गए, जो अभी भी जीवित हैं। उनके नाम पर कर्मकार कल्याण मंडल की योजना के तहत पैसा निकाला गया था। चौरई अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस ) प्रीतम सिंह बालरे ने रिपोर्टों का हवाला देते हुए बताया कि प्रथम दृष्टया, भवन और अन्य सन्निर्माण श्रमिक (रोजगार और सेवा की शर्तों का विनियमन) नियम के तहत, जीवित 23 लोगों के फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र का उपयोग करके 2-2 लाख रुपये की राशि निकाल ली गई थी। इन नियमों के तहत सामान्य मृत्यु की स्थिति में मृतक निर्माण श्रमिक के आश्रितों को 2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि का भुगतान किया जाता है।

जनपद CEO ने की कार्रवाई

जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने एक आदेश जारी कर पंचायत विभाग के बोहनाखेड़ी के पंचायत सचिव राकेश चंदेल, ग्राम रोजगार सहायक संजय चौरे और पंचायत समन्वय अधिकारी सुनील अंधवान को निलंबित कर दिया है। सीईओ द्वारा दर्ज शिकायत के बाद राकेश चंदेल, संजय चौरे, सुनील अंधमान और रामअवतार वर्मा के खिलाफ औराई पुलिस द्वारा भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 420 (धोखाधड़ी), 465 (जालसाजी),467,468,469, 120-बी (आपराधिक साजिश) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है।”

दो वर्षों में एक गांव से 106 मृत्यु प्रमाण पत्र बनाये गए

अधिकारियों के अनुसार, 2800 की आबादी वाले बोहनाखेड़ी गांव में पिछले दो वर्षों के दौरान कुल 106 मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किए गए थे। सारी तफ्तीश के बाद पुलिस द्वारा आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल पहुंचा दिया गया।

Hindi News के लिए जुड़ें हमारे साथ हमारे
फेसबुक, ट्विटरयूट्यूब, इंस्टाग्राम, लिंक्डइन, टेलीग्रामकू और वॉट्सएपपर

Trusted by https://ethereumcode.net