अफसरों ने शोषण किया और परिवार के लोगों ने प्रताड़ित, वृंदावन में मिली छत्तीसगढ़ की महिला आरक्षक का सनसनीखेज खुलासा

रायपुर। पहले रायगढ़ और फिर रायपुर पुलिस हेड क्वार्टर के CID में पदस्थ महिला आरक्षक ने पुलिस और अपने परिवार पर सनसनीखेज आरोप लगाए हैं। उसका कहना है कि वह जब से पुलिस में भर्ती हुई तब से उसका शोषण किया गया। उसके परिवार के लोगों ने भी उसे प्रताड़ित किया। उसने कहा कि उसके घरवालों को पता है कि वह यहां है लेकिन, जानबूझकर गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखवाई।

वीडियो वायरल होने पर मचा हड़कंप

बता दें कि 9 महीने से गायब महिला आरक्षक आज बड़े अखबारों की सुर्खियों में आ गई। उसका वीडियो मीडिया के हाथ आया है जिसमें वह पुलिस के आला आला अधिकारियों पर शारीरिक शोषण का आरोप लगा रही है। उसका कहना है कि ट्रेनिंग पीरियड से ही उसका शोषण शुरू हो गया था। अधिकारियों की बात न मानने पर उसे तंग किया जाता था।

2007 में दुर्ग जिले में हुई थी पुलिस में भर्ती

आरक्षक की पुलिस में भर्ती 2007 में दुर्ग जिले में हुई थी। वहां उसने ट्रेनिंग ली। उसका कहना था कि ट्रेनिंग के दौरान शारीरिक शोषण के लिए अधिकारियों ने दवाब बने था, इसकी शिकायत भी उसने आला अधिकारियों से की थी लेकिन, उसकी सुनवाई नहीं हुई। इसके बाद रायपुर में भी उसने इसी तरह की शिकायत की लेकिन कार्रवाई के बजाय उसपर इस्तीफे के दवाब बनाया गया, तब उसने इस्तीफा दे दिया।

वापस बुलाने के लिए लिखवाई झूठी रिपोर्ट

उसका कहना है कि उसकी माँ से भी उसकी नहीं जमती थी। 10 वीं कक्षा में पढ़ाई के दौरान ही वह अपने माँ से अलग हो गई थी और अपने मामा के साथ रहती थी। उसने अपनी माँ पर आरोप लगाया कि उसे पता था कि वह वृंदावन में है लेकिन उसे जबरदस्ती बुलाने के लिए झूठी रिपोर्ट लिखवाई।

रायपुर पुलिस ने बताया कि महिला आरक्षक रायपुर पुलिस को देखकर भड़क गई थी और सड़क पर ही पुलिस वालों से विवाद शुरू कर दिया था। पुलिस के साथ धक्का मुक्की के वीडियो भी सोशल मीडिया में वायरल हुए हैं। आरक्षक ने आने से चूंकि इनकार कर दिया इसलिए रायपुर पुलिस खाली हाथ वापस आ गई।

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