DRI ने बरामद की 12 से 15 हजार करोड़ की हेरोइन, ईरान के रास्ते अफगानिस्तान से लाई जा रही थी भारत

टीआरपी डेस्क। डायरेक्टरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस (DRI) ने अब तक की ड्रग्स की सबसे बड़ी खेप बरामद की है।  गुजरात के MUNDRA पोर्ट से यह ड्रग्स की खेप पकड़ी गई है। बरामद हेरोइन की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में करीब 12 से 15 हजार करोड़ रुपए बताई जा रही है। ड्रग्स की ये खेप शिप के रास्ते कंटेनरों में छुपा कर अफगानिस्तान से वाया ईरान होते हुए भारत लाई गई थी।

चार दिन चले DRI ने इस मामले में कुल 5 लोग गिरफ्तार किया है। जिसमे कुछ अफगानिस्तान मूल के रहने वाले भी है। DRI का ये ऑपरेशन अभी भी जारी है। फोरेंसिक लैब ने ड्रग्स की जांच करवाई जा रही है। बता दें कि इसके पहले भी अफगानिस्तान में तालिबान की शह पर करोड़ों की ड्रग्स भारत भेजी जा चुकी है। जिसमे नार्को टेरर एंगल भी शामिल रहा है।

एजेंसी ने एक बयान में कल सोमवार को कहा था, “गुजरात के अहमदाबाद, दिल्ली, चेन्नई, गांधीधाम और मांडवी में तलाशी अभियान चलाया गया।” डीआरआई ने कहा था कि पूरे मामले में कथित तौर पर अफगान नागरिकों की संलिप्तता भी सामने आई है।

तालिबान के लिए ड्रग्स की तस्करी पैसे का बड़ा स्रोत रही है। एक अनुमान के मुताबिक सत्ता पर क़ाबिज़ होने से पहले ड्रग्स ट्रेड से तालिबान को होने वाली आमदनी 2 बिलियन यानी 200 करोड़ थी और सत्ता में आने के बाद तालिबान इसे बढ़ाना चाहता है। इसके अलावा तालिबान कुख्यात ड्रग तस्कर हाज़ी बशीर नूरज़ाई की रिहाई के लिए भी अमेरिका से बार्गेनिंग कर रहा है। तालिबान को लगता है कि हाज़ी बशीर मिडिल ईस्ट और अफ्रीका में ड्रग्स तस्करी के काम में काफी कारगर साबित हो सकता है और तालिबान के पैसे की जरूरत को पूरा कर सकता है।

बता दें कि दुनिया में हेरोइन का सबसे बड़ा उत्पादक अफगानिस्तान है, जो वैश्विक उत्पादन का 80-90 प्रतिशत के बीच आपूर्ति करता है। हाल के वर्षों में अफगानिस्तान में हेरोइन का उत्पादन तेजी से बढ़ा है, जिससे अगस्त में सत्ता में लौटने वाले तालिबान को फंड देने में मदद मिली है।

Hindi News के लिए जुड़ें हमारे साथ हमारे
फेसबुक, ट्विटरयूट्यूब, इंस्टाग्राम, लिंक्डइन, टेलीग्रामकू और वॉट्सएपपर