मुंबई/नई दिल्ली। गुजरात में कच्छ के मुंद्रा बंदरगाह पर हेरोइन की अब तक की सबसे बड़ी खेप पकड़ी गई है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत 21,000 करोड़ है। राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) ने अफगानिस्तान से आयात की गई दो कंटेनर से 3,000 किलो हेरोइन बरामद की। मामले में चेन्नई से दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

बता दें कि मुंद्रा बंदरगाह का मालिकाना हक अडानी पोर्ट के पास है। अडानी पोर्ट गौतम अडानी की कंपनी है। सूत्रों का कहना है, यह खेप आंध्रप्रदेश के विजयवाड़ा में पंजीकृत मेसर्स आशी ट्रेडिंग कंपनी द्वारा आयात की गई थी और इसे टेल्कम पाउडर बताया गया था।
डीआरआई को मिली थी सूचना
डीआरआई को सूचना मिली थी कि अफगानिस्तान से ड्रग्स की एक बड़ी खेप भारत आ रही है। डीआरआई ने कार्रवाई के दौरान दो कंटेनर जब्त किए और नमूनों को जांच के लिए भेजा, जिसमें हेरोइन की पुष्टि हुई। मामले में अहमदाबाद, दिल्ली, चेन्नई, गांधीधाम और गुजरात के मांडवी में तलाशी अभियान चलाया गया था।
गुजरात की आशी ट्रेडिंग कंपनी के नाम भेजी गई थी खेप
डीआरआई की टीम ने इस मामले में आशी ट्रेडिंग कंपनी के संचालक एम सुधाकर और उनकी पत्नी दुर्गा वैशाली को कुछ दिन पहले चेन्नई से गिरफ्तार किया और उन्हें भुज लेकर आई। सोमवार को दोनों को विशेष अदालत में पेश किया गया। विशेष जज सीएम पवार ने डीआरआई को दंपती की दस दिन की हिरासत दे दी।
कार्गो को लेकर कोई पुलिसिया अधिकार नहीं
अडानी समूह ने कहा, अडानी पोर्ट्स केवल मुंद्रा बंदरगाह का संचालन करती है। हमारे पास मुंद्रा बंदरगाह के टर्मिनलों से पार होने वाले कंटेनरों या कार्गो को लेकर कोई पुलिसिया अधिकार मौजूद नहीं है। कानून ने किसी भी गैरकानूनी कार्गो को खोलने, जांचने और जब्त करने का अधिकार डीआरआई को दिया हुआ है। देश में कोई भी बंदरगाह संचालक कंटेनर को नहीं जांच सकता।
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