कवर्धा जिले में नहीं संभल रहे हालात... भाजपा विधायक जा सकते हैं कवर्धा, कलेक्टर ने नेता प्रतिपक्ष को खत लिख मांगा यात्रा का रूट प्लान

रायपुर। छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले में अब भी तनावपूर्ण माहौल है। वहीं भारतीय जनता पार्टी के विधायक जल्द ही कवर्धा के लिए निकलने वाले हैं। वहीं जिले में मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए प्रशासन ने कवर्धा में देर रात करीब 12 बजे इंटरनेट सेवाएं बंद कर दीं है। इसके बाद पड़ोसी जिलों बेमेतरा और राजनांदगांव में भी इंटरनेट बंद करा दिया गया है।

भाजपा के नेताओं के दौरे की खबर मिलते ही जिले के कलेक्टर ने रमेश शर्मा नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक से उनके दौरे के रूट की जानकारी मांगी है। आपको बता दें कि जिले में माहौल तनावपूर्ण बने हुए हैं। पुलिस टीमें वीडियो और फोटो के आधार पर दंगाइयों की पहचान करने में जुटी हैं। अब तक 70 लोगों की पहचान की जा चुकी है। इसमें से 59 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उपद्रव फैलाने, हिंसा भड़काने और तोड़फोड़ को लेकर तीन अलग-अलग FIR दर्ज की गई हैं।

झंडे को लेकर हुए झगड़े की मजिस्ट्रियल जांच की मांग को लेकर शहर बंद व चक्काजाम का आह्वान किया था।

तीन दिन पहले झंडा लगाने को लेकर शुरू हुए विवाद ने हिंसा का रूप ले लिया था। इसकी शुरुआत मंगलवार को विश्व हिंदू परिषद (VHP) की ओर से बुलाए गए बंद और रैली से हुई। लोग लाठी-डंडे लेकर सड़कों पर निकल आए और करीब 100 से ज्यादा वाहनों में तोड़फोड़ कर दी। इस दौरान पुलिस फोर्स पर भी पत्थर फेंके गए।

11 जिलों से करीब 1500 पुलिस बल तैनात

झंडे को लेकर हुए झगड़े की मजिस्ट्रियल जांच की मांग को लेकर शहर बंद व चक्काजाम का आह्वान किया था। रैली निकालने आवेदन दिया था, लेकिन प्रशासन ने अनुमति नहीं दी। प्रशासन को भरोसा दिलाया था कि विपरीत परिस्थितियां नहीं बनने देंगे। ऐसे में प्रशासन ने भी सुरक्षा व्यवस्था के लिए 11 जिलों से करीब 1500 पुलिस बल बुलाए थे।

शहर में अलग-अलग वार्डों की गई तोड़फोड़

IG विवेकानंद सिन्हा ने बताया कि वीडियो फुटेज देखकर पुलिस टीम घटना में शामिल अन्य लोगों की पहचान कर रही है। जिले में धारा-144 लगे होने के बाद भी VHP ने बंद और धरना प्रदर्शन का आयोजन किया। इसमें शामिल होने के लिए जिले के अलावा राजनांदगांव, बेमेतरा, मुंगेली, धमतरी और रायपुर से लोगों की भीड़ पहुंची थी। उन लोगों ने बंद के दौरान कवर्धा के चिन्हांकित वार्डों में उपद्रव मचाया और तोड़फोड़ की। उग्र प्रदर्शन के कारण शहर में शांति, साम्प्रदायिक सौहार्द बिगड़ा है।

लोग लाठी-डंडे लेकर सड़कों पर निकल आए और करीब 100 से ज्यादा वाहनों में तोड़फोड़ कर दी।

कवर्धा में हालात बिगड़ते ही DGP डीएम अवस्थी और IG इंटेलिजेंस आनंद छाबड़ा कवर्धा पहुंच गए हैं। सूत्रों के अनुसार DGP अवस्थी को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने वहां जाने के निर्देश दिए थे। उन्होंने कवर्धा जाकर देर रात तक हालात की समीक्षा की। इससे पहले 3 दिन से दुर्ग रेंज के IG और ADG विवेकानंद सिन्हा कवर्धा में ही कानून व्यवस्था को संभाल रहे हैं।

झंडा लगाने को लेकर शुरू हुआ था हंगामा

पूरा विवाद वार्ड नंबर 27 के लोहारा नाका चौक इलाके में झंडा लगाने को लेकर शुरू हुआ था। रविवार दोपहर कुछ युवकों ने अपना झंडा चौराहे पर लगा दिया। इसी बात को लेकर दो गुटों के युवक सड़क पर लाठी-डंडे लेकर उतर आए।

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