टीआरपी डेस्क। आयकर विभाग ने गुरुवार को अजित पवार की 3 बहन, बेटे और उनसे संबंधित लोगों के कुल 40 निवासी और व्यावसायिक ठिकानों पर छापेमारी की। आयकर विभाग के मुताबिक 2 बिचौलियों ने ओबेरॉय होटल में स्थाई कमरे बुक करा रखे थे जहां अवैध लेन देन होता था। आयकर विभाग को करीब 1000 करोड़ रुपये से ज्यादा के लेन-देन की जानकारी मिली है।

बता दें कि आयकर विभाग की इस छापेमारी ने महाराष्ट्र की राजनीति को गरमा दिया। अजित पवार से जुड़े ठिकाने पर हुई करवाई को एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने बदले की भावना करार दिया है और इसे सत्ता का दुरुपयोग बताया है।
छापेमारी को लेकर अजित पवार ने कहा कि इनकम टैक्स विभाग का अधिकार है कि उन्हें कहां और कब छापेमारी करना है। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर मैं ज़्यादा कुछ नहीं बोला चाहता हूं, मेरी बहनो को बीच में लाने की ज़रूरत नहीं थी।
वहीं इस मुद्दे को लेकर एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा, ”लखीमपुर खीरी में किसानो के साथ जो कुछ हुआ उसे लेकर महाराष्ट्र कैबिनेट ने निषेध प्रस्ताव पास किया। मैंने दिल्ली में शख्त प्रतिक्रिया दी शायद इसलिए सत्ताधारी दल के किसी व्यक्ति को बुरा लगा होगा इस लिए ऐसी करवाई हो रही हो। मैंने अजित पवार का बयान सुना है उन्होंने कहा की अगर आयकर चोरी के सम्बंध में अगर आयकर विभाग ने करवाई की है तो उन्हें वो करने का अधिकार है लेकिन जिससे इनका सम्बंध नहीं उनके घर भी छापेमारी की गई है ये सत्ता का दुरुपयोग है।”
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