भारत-चीन के बीच आज फिर होगी कोर कमांडर स्तर की 13वें दौर की बातचीत, सेना की वापसी पर रहेगा जोर

नई दिल्ली। india china talks in moldo: पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर शांति बहाली के लिए भारत और चीन के बीच उच्च सैन्य स्तर की 13वें दौर की वार्ता रविवार को सुबह 10:30 बजे चीन की तरफ मोल्दो बॉर्डर प्वाइंट पर होगी। बैठक में भारत तनातनी वाले शेष बिंदुओं से चीनी सेना की पूरी तरह वापसी पर जोर देगा। इसके अलावा डेपसांग और देमचोक के मुद्दे पर भी चर्चा होगी। 

12वें दौर में 9 घंटे चली थी बातचीत

बता दें कि इससे पहले 31 जुलाई को भारत और चीन के बीच कोर कमांडर स्तर की 12वें दौर की वार्ता हुई थी। यह वार्ता करीब नौ घंटे तक चली थी। इसमें भारत ने पूर्वी लद्दाख के हॉट स्प्रिंग्स, गोगरा व अन्य तनाव वाले स्थानों से सेना व हथियारों को जल्दी हटाने पर जोर दिया गया था। बैठक में दोनों पक्षों ने पूर्वी लद्दाख में सैन्य गतिरोध खत्म करने पर बातचीत की। चर्चा के दौरान भारत व चीन ने सीमा विवाद को लेकर विस्तार से चर्चा की थी। 

मोर्चे पर डटे रहेंगे भारतीय जवान: नरवणे

बैठक से ठीक एक दिन पहले सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणेने दो टूक कहा कि जब तक चीनी सैनिक वहां मौजूद रहेंगे, तब तक हमारे जवान भी डटे रहेंगे। सेना उनकी हर गतिविधि पर नजर रख रही है और किसी भी हरकत का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।

नरवणे ने कहा, चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) का एलएसी के उस पार बुनियादी ढांचे बनाना चिंता का विषय जरूर है, लेकिन हमारी तैयारी भी टक्कर की है। हमारे सैनिक हर चुनौती से निपटने के लिए तैयार हैं और दुश्मन का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।

उन्होंने यह भी कहा कि अगर इस बार की सर्दियों में भी चीनी सैनिक एलएसी पर बने रहे तो वहां भी एलओसी जैसे हालात हो जाएंगे। हालांकि हालात पाकिस्तान जैसी नहीं होगी लेकिन हमारे सैनिक वहां भी मोर्चे पर डटे रहेंगे।

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