रायपुर। शहर को स्मार्ट लुक देने Raipur Smart City Limited द्वारा कई विकास कार्य किए जा रहे हैं। मगर इस कंपनी को छत्तीसगढ राज्य अक्षय ऊर्जा विकास अभिकरण ( क्रेडा ) पर ही भरोसा नहीं है। शायद यही वजह है कि कि शहर के बाग-बगीचों में सोलर लाइट लगाने का काम बाहर की एजेंसी आदित्य इंफोटेक लखनऊ को नियम विरूद्ध दे दिया गया है।


बता दें कि शासन द्वारा 7 अक्टूबर 2014 में छत्तीसगढ़ उर्जा विभाग द्वारा जारी पत्र में राज्य में गैर पारंपरिक उर्जा स्त्रोत आधारित योजनाओं के क्रियान्वयन क्रेडा के माध्यम से किए जाने का आदेश जारी किया गया था। यह छत्तीसगढ़ ऊर्जा विभाग की अधिकृत संस्था है, इसके बावजूद स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत शहर के बाग-बागिचों में सोलर लाइट लगाने का ठेका बाहर की एजेंसी को दिया जाना समझ से परे है।


इन जगहों पर जगमगाएंगी सोलर लाइटें
रायपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड के अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार शहर के गांधी उद्यान, सीएम हाउस के पास, ईदगाहभाठा पानी टंकी से वंदना आटो सेंटर तक, मल्टीलेवल पार्किंग से खालसा स्कूल पंडरी तक, आमापारा के कारी तालाब से सोलर लाइट की शुरुआत की जानी है। इसके अलावा अन्य तालाब क्षेत्र व मुख्य मार्ग सोलर लाइट से जगमगाएंगे।
400 सोलर लाइट लगाने का दिया ठेका
लखनऊ की ठेका एजेंसी आदित्य इंफोटेक एजेंसी को चार सौ सोलर लाइट, पोल लगाने का ठेका पांच करोड़ रुपये में दिया गया है। इसमें चार मीटर ऊंचाई के 250 पोल और छह मीटर उंचाई के 150 पोल लगाए जाएंगे। ठेका एजेंसी सोलर लाइट का रखरखाव सात साल तक करेगी।
क्रेडा ने रायपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड को लिखा पत्र
क्रेडा ने Raipur Smart City Limited को खत लिखते हुए कहा है कि रायपुर स्मार्ट सिटी के द्वारा शहर के बाग बगीचा एवं तालाबों में ऑल इन वन सोलर स्ट्रीट लाइट की स्थापना हेतु निविदा जारी कर कार्य कराया जा रहा है। क्रेडा छत्तीसगढ़ राज्य में गैर पारंपरिक ऊर्जा आधारित योजनाओं के क्रियान्वयन हेतु नवी एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय भारत सरकार की नामित एजेंसी है। साथ ही ऊर्जा विभाग छत्तीसगढ़ शासन द्वारा क्रेडा को गैर पारंपरिक ऊर्जा आधारित योजनाओं के क्रियान्वयन हेतु अधिकृत किया गया है। क्रेड़ा के पास सौर ऊर्जा आधारित परियोजनाओं के क्रियान्वयन संचालन एवं संधारण का पर्याप्त अनुभव एवं विशेषज्ञता है। अतः रायपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड की योजना के अनुसार रायपुर शहर के बाग-बगीचों एवं तालाबों में सोलर स्ट्रीट लाइट की स्थापना हेतु क्रेडा के माध्यम से ही कार्यवाही की जावे। ताकि इन संयंत्रों की विश्वसनीयता एवं कार्यशील का सुनिश्चित हो सके।

क्रेडा को ठेका क्यों नहीं दिया, जिम्मेदार को जानकारी नहीं
इस मामले में जह Raipur Smart City Limited के चंद्रकांत वर्मा, एडिशनल एमडी से बात की तो उन्होंने कहा कि यह ठेका उनके आने से पहले ही दे दिया गया था। मीटिंग का हवाला देते हुए उन्होंने विभाग के अधिकारियों से चर्चा कर जानकारी देने की बात कही।
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