Weather alert: भारी बारिश होने से इन दस बांधों में रेड अलर्ट जारी, मौसम विभाग की चेतावनी- और खराब हो सकता है मौसम
Weather alert: भारी बारिश होने से इन दस बांधों में रेड अलर्ट जारी, मौसम विभाग की चेतावनी- और खराब हो सकता है मौसम

टीआरपी डेस्क। केरल के दो जिलों में भारी बारिश और भूस्खलन की घटनाओं में मृतकों की संख्या सोमवार को बढ़कर 31 हो गई है। वहीं, मौसम विभाग ने बुधवार से और ज्यादा बारिश की संभावना जताई है। विभाग का कहना है कि सोमवार को कोट्टायम जिले के कुट्टीकल और पड़ोसी इडुक्की जिले के कोक्यार में मलबे के नीचे से और शव निकाले गए।

इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्थिति से निपटने के लिए राज्य को मदद की पेशकश की है। राज्य सरकार के आंकड़ों के अनुसार, कुट्टीकल पंचायत के प्लापल्ली में भूस्खलन प्रभावित इलाके से 13 शव बरामद किए गए, वहीं कोक्यार से नौ लोगों के शव को निकाला गया। स्थिति को देखते हुए सेना के साथ-साथ राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीम ने बचाव अभियान जारी रखा है।

जलस्तर में बढ़ोतरी को देखते हुए अलर्ट जारी

एर्नाकुलम के कलेक्टर जाफर मलिक ने एक फेसबुक पोस्ट में कहा कि बांध का मैनेजमेंट देखने वाले केरल राज्य बिजली बोर्ड के मुताबिक मंगलवार की सुबह तक इडुक्की बांध का जल स्तर रेड अलर्ट के स्तर यानी 2397.86 फीट तक पहुंच सकता है इडुक्की जलाशय में सोमवार को जल स्तर 2,396.96 फुट तक बढ़ गया है। जिसके बाद ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया गया है, जबकि इडुक्की बांध की पूर्ण क्षमता 2,403 फुट है। प्रशासन ने कई बांधों के जलस्तर में बढ़ोतरी को देखते हुए अलर्ट जारी किया है।

https://twitter.com/satyaprad1/status/1450007157575979008?s=20

इतने बांधों के लिए ‘रेड अलर्ट’ जारी

केरल के राजस्व मंत्री के. राजन ने सोमवार को बताया कि जलग्रहण क्षेत्रों में भारी बारिश के कारण जल स्तर बढ़ने के बाद राज्य में 10 बांधों के लिए ‘रेड अलर्ट’ जारी किया गया है और यहां कक्की बांध के दो द्वार भी खोल दिए गए हैं। सबरीमला भगवान अयप्पा मंदिर की तीर्थयात्रा भी फिलहाल रोक दी गई है। साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि बांध में पानी कर स्तर खतरे के निशान से ऊपर होने और 20 अक्टूबर से भारी बारिश के अनुमान के कारण यह निर्णय किया गया। पानी अभी नहीं छोड़ा गया, तो स्थिति आगे और खराब हो सकती थी।

तीर्थयात्राा में लगीं रोक

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने 20 से 24 अक्टूबर तक मौसम के और खराब होने का अनुमान जताया है, इस दौरान भारी बारिश हो सकती है। इस कारण स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सबरीमला में भगवान अयप्पा मंदिर में थुला मासम पूजा के लिए तीर्थयात्रा को अनुमति देना संभव नहीं होगा। इसके लिए मंदिर 16 अक्टूबर से खोला गया था। उन्होंने कहा कि फिलहाल तीर्थयात्रा को रोकने के अलावा ‘कोई और विकल्प नहीं है’ अन्यथा 20 अक्टूबर से होने वाली भारी बारिश के कारण पास की पम्पा नदी में जल स्तर और बढ़ गया, तो सभी को यहां से सुरक्षित निकालना मुश्किल हो जाएगा।

ट्वीट में कहीं ये बात

मोदी ने ट्वीट किया, ‘केरल के मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन से बातचीत की और केरल में भारी बारिश तथा भूस्खलन के मद्देनजर स्थिति पर विचार-विमर्श किया। साथ ही अधिकारी घायलों और प्रभावितों की सहायता के लिए काम कर रहे हैं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केरल के मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन से फोन पर बात की और बारिश के कारण उत्पन्न स्थिति पर चर्चा की।

मोदी ने कहा, ‘मैं सभी के सुरक्षित रहने और उनकी भलाई के लिए प्रार्थना करता हूं.’ उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘यह दुखद है कि केरल में भारी बारिश और भूस्खलन के कारण कुछ लोगों की मृत्यु हो गई। मेरी संवदेनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं।

चार लाख रुपये की सहायता

वहीं, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि केंद्र भारी बारिश और बाढ़ से प्रभावित केरल के लोगों को हर संभव सहायता मुहैया कराएगा. उन्होंने एक ट्वीट में कहा कि सरकार भारी बारिश और बाढ़ के मद्देनजर केरल के कुछ हिस्सों की स्थिति पर लगातार नजर रख रही है।

उन्होंने कहा, ‘केंद्र सरकार जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए हर संभव सहायता मुहैया कराएगी. एनडीआरएफ की टीम पहले ही बचाव अभियान में मदद के लिए भेजी जा चुकी है. सभी की सुरक्षा के लिए प्रार्थना करता हूं.’ राज्य के राजस्व मंत्री के राजन के मुताबिक मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपये की सहायता दी जाएगी।

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