रायपुर। नौकरी लगाने के नाम पर बेरोजगारों को चूना लगाने वाले 4 युवकों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। एक फर्जी कंपनी बनाकर इन युवकों ने नेटवर्किंग के जरिये प्रदेश भर में अपना जाल फैलाया और लगभग 35 लाख रुपयों की ठगी की।

खुद की कंपनी बनाई और बन गए डायरेक्टर
प्रदेश के अलग-अलग इलाकों के चार लोगों ने मिलकर प्लेसमेंट कंपनी बनाई और राजधानी रायपुर के थाना डीडी नगर क्षेत्र के रायपुरा चौक स्थित अवरिल कॉम्पलेक्स में RCDSP कपंनी का कार्यालय खोला। इन्होंने अपना संयुक्त खता भी खोला। इसके बाद फर्जी वेबसाइट के जरिए ब्लॉक फील्ड ऑफिसर, कंप्यूटर टीचर, डिस्ट्रीक्ट ऑफिसर के लिए वेकेंसी निकाली गई।
साक्षात्कार लिया और बनाया नेटवर्क का हिस्सा
फार्म भरने के बाद सभी युवक-युवतियों को रायपुर स्थित कार्यालय में बुलाकर साक्षात्कार लेने के साथ ही बेसिक कंप्यूटर शिक्षा दी गई। कंपनी के डायरेक्टरों ने नेटवर्किंग का तरीका अपनाते हुए इन युवक-युवतियों को प्रदेश के सभी जिलों के ग्रामीण इलाकों में जाकर लोगों को कंपनी की योजनाओं को बताने और जोड़ने के लिए कहा। इसके साथ ही RCDSP कपंनी का फार्म भरवाकर सुरक्षा निधि के नाम से 35,000 रुपए की सुरक्षा निधि भी जमा कराई गई।
ठगे जाने पर की पुलिस में शिकायत
नौकरी केवल छलावा साबित होने पर युवक-युवतियों ने पुलिस में शिकायत की, जिसके बाद कार्रवाई करते हुए RCDSP कपंनी के चारों डायरेक्टरों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई।
शिकायत की पुष्टि होने के बाद चंद्र प्रताप सिंह पिता माखन लाल जोशी (जांजगीर) दीपचंद वर्मा पिता स्व गणेश राम वर्मा (भिलाई) जितेन्द्र देवांगन पिता सियाराम देवांगनऔर संजय कुमार वर्मा पिता आनंद राम वर्मा (अमलेश्वर दुर्ग )को गिरफ्तार लिया। इसके साथ ही अन्य आरोपियों की पतासाजी की जा रही है।
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