CORONA BREAKING : WHO ने भारत को दिया दिवाली गिफ्ट, Covaxin को मिली मंजूरी, लेकिन गर्भवती स्त्रियों के मामले में फंसा पेंच
CORONA BREAKING : WHO ने भारत को दिया दिवाली गिफ्ट, Covaxin को मिली मंजूरी, लेकिन गर्भवती स्त्रियों के मामले में फंसा पेंच

नई दिल्ली। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने भारत में 107 करोड़ लोगों को वैक्सीन लगाये जाने के बाद Covaxin को मंजूरी दे दी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ मनसुख मंडाविया ने इस पर खुशी जाहिर की है। आईसीएमआर के वैज्ञानिकों और भारत बायोटेक को इसके लिए बधाई दी है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि उसके टेक्निकल एडवाइजरी ग्रुप के एक्सपर्ट्स ने बायोटेक की ओर से उपलब्ध कराये गये तमाम दस्तावेजों और एफिकेसी डाटा की जांच करने के बाद इसके आपातकालीन इस्तेमाल को मंजूरी दी है. डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि कोवैक्सीन उसकी ओर से तय किये गये तमाम मानकों को पूरा करता है और कोरोना से प्रतिरक्षा देने में सक्षम है. इसलिए पूरी दुनिया में इसके इस्तेमाल की अनुमति दी जाती है.

गर्भवती महिलाओं के लिए अभी मंजूरी नहीं

WHO ने कहा है कि गर्भवती महिलाओं के लिए कोवैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित नहीं है। गर्भवती महिलाओं पर इसके अध्ययन की योजना तैयार की जा रही है। इसमें प्रेग्नेंसी सब-स्टडी और प्रेग्नेंसी रजिस्ट्री शामिल है। वैश्विक संस्था ने कहा है कि स्ट्रैटेजिक एडवाइजरी ग्रुप ऑफ एक्सपर्ट्स ऑन इम्युनाइजेशन (SAGE) ने कोवैक्सीन टीका की समीक्षा की गयी.

भारत में सर्वाधिक को लगा कोवैक्सीन का टीका

भारत में इसी वर्ष 15 जनवरी से वैक्सीनेशन की शुरुआत हुई थी और देश में 107 करोड़ लोगों को वैक्सीन लगाया गया है जिसमें अधिक भागीदारी कोवैक्सीन की ही है, इसके अलावा कोविशील्ड वैक्सीन भी लगाया गया है.
कोवैक्सीन ने लक्षण वाले कोविड-19 रोग के खिलाफ 77.8 प्रतिशत प्रभाव दिखाया है और वायरस के नये डेल्टा स्वरूप के खिलाफ 65.2 प्रतिशत सुरक्षित है.

कोवैक्सीन की डोज वाले कर सकेंगे विदेश यात्रा

दिवाली से पहले कंपनी के साथ-साथ इस वैक्सीन की डोज लेने वालों के लिए भी यह बहुत बड़ी खुशखबरी है. कोवैक्सीन की डोज लेने वाले लोग अब दुनिया के किसी भी देश की यात्रा कर सकेंगे. अलग-अलग देशों को इसका निर्यात भी किया जा सकेगा.
डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि कोवैक्सीन उसकी ओर से तय किये गये तमाम मानकों को पूरा करता है और कोरोना से प्रतिरक्षा देने में सक्षम है. इसलिए पूरी दुनिया में इसके इस्तेमाल की अनुमति दी जाती है.

उपयोग की अवधि 12 महीने करने की मंजूरी

इधर, भारत बायोटेक ने कहा है कि केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) ने कोविड-19 टीके कोवैक्सीन की उपयोग अवधि (शेल्फ लाइफ) को निर्माण की तारीख से 12 महीने तक बढ़ाने को मंजूरी दे दी है. कंपनी के एक प्रवक्ता ने बताया कि भारत बायोटेक को शुरुआत में कोवैक्सीन की बिक्री और वितरण के लिए छह महीने की उपयोग अवधि की अनुमति दी गयी थी, जिसे बाद में बढ़ाकर नौ महीने कर दिया गया था.

भारत बायोटेक ने एक ट्वीट में कहा, ‘सीडीएससीओ ने निर्माण की तारीख से 12 महीने तक कोवैक्सीन की उपयोग अवधि के विस्तार को मंजूरी दे दी है. उपयोग अवधि विस्तार की यह मंजूरी अतिरिक्त स्थायी आंकड़े की उपलब्धता पर आधारित है, जिसे सीडीएससीओ को प्रस्तुत किया गया था.’

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