नुकसान की आशंका से मंत्री अमरजीत अब आये कुदरगढ़ी एल्युमिना प्लांट के विरोध में, सीएम को पत्र लिख कर की ये अपील...
नुकसान की आशंका से मंत्री अमरजीत अब आये कुदरगढ़ी एल्युमिना प्लांट के विरोध में, सीएम को पत्र लिख कर की ये अपील...

रायपुर। सरगुजा के बतौली ब्लॉक में प्रस्तावित माँ कुदरगढ़ी एल्युमिना रिफाइनरी प्लांट का वहां के ग्रामीण भारी विरोध कर रहे हैं। इस मुद्दे पर पूर्व मंत्री और भाजपा नेता गणेश राम भगत और अन्य भाजपा नेता ग्रामीणों का समर्थन कर रहे हैं , वहीं शुरुआती दौर से ही इलाके के विधायक और कैबिनेट मंत्री अमरजीत भगत ने इस मुहिम से किनारा कर लिया था, मगर लगातार हो रहे विरोध को देखते हुए अमरजीत ने भी इस प्लांट को अपने इलाके में लगाने का विरोध किया है।

दोनों प्लांट का हो रहा है विरोध


मां क़ुदरगढ़ी प्लांट प्रबंधन द्वारा जहाँ एक ओर जशपुर में स्टील प्लांट तो दूसरी ओर सरगुजा जिले के बतौली ब्लॉक में एल्युमिना रिफाइनरी प्लांट की स्थापना का प्रस्ताव सरकार को दिया गया है। हालाँकि दोनों जिलों के ग्रामीण इन कारखानों का पुरजोर विरोध कर रहे हैं। दोनों स्थानों पर ग्रामीणों द्वारा किये जा रहे विरोध प्रदर्शन को पूर्व मंत्री और भाजपा नेता गणेश राम भगत सहित अन्य प्रमुख भाजपा नेता भी समर्थन दे रहे हैं।

प्लांट के खिलाफ हाईकोर्ट में भी है वाद दायर


सरगुजा जिले का बतौली विकास खंड खाद्य मंत्री अमरजीत भगत के विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता है। अब इस प्लांट को लेकर मंत्री ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पत्र लिखकर बताया है कि माँ कुदरगढ़ी एल्युमिना रिफाइनरी प्लांट का ग्रामीण लगातार विरोध कर रहे हैं। इसके साथ ही ग्रामीणों ने राज्यपाल और राष्ट्रपति को प्लांट के खिलाफ ज्ञापन भी दिया है, इसके अलावा इस मामले में हाईकोर्ट में भी दो-दो वाद दायर हैं।
ग्रामीणों में प्लांट की स्थापना से भारी आक्रोश का जिक्र करते हुए अमरजीत भगत ने लिखा है कि इसका राजनैतिक रूप से उन्हें और पार्टी को नुकसान होगा, इसलिए माँ कुदरगढ़ी एल्युमिना रिफाइनरी प्लांट को दी गई अनुमति को निरस्त करने का कष्ट करें।


गौरतलब है कि माँ कुदरगढ़ी एल्युमिना रिफाइनरी प्लांट के लिए हुई जनसुनवाई का भारी विरोध हुआ था और तब ग्रामीणों ने स्थल पर हंगामा करते हुए सुनवाई को निरस्त करवा दिया था। इसके अलावा आये दिन विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। ग्रामीणों ने समय-समय पर इलाके के जनप्रतिनिधि मंत्री अमरजीत भगत को भी आमंत्रित किया, मगर वे किसी भी कार्यक्रम में नहीं गए, जिसके चलते इलाके के ग्रामीण उनसे काफी नाराज हैं, इन सब को देखते हुए आखिरकार अमरजीत भगत को किसानो के समर्थन में आगे आना पड़ा। बहरहाल देखना है कि अमरजीत भगत द्वारा लिखे गए पत्र को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल क्या कदम उठाते हैं।

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