लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधान परिषद (एमएलसी) चुनाव से पहले नेता सुरक्षित ठिकाने की तलाश में जुट गए हैं। ऐसे में नेताओं की पहली पसंद बीजेपी बन रही है, क्योंकि उन्हें सत्ता में रहने का सियासी फायदा मिलने की उम्मीद है। इसी कड़ी में सपा के चार विधान परिषद सदस्यों ने बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की है।

निकाय क्षेत्र एमएलसी चुनाव में उतार सकती है बीजेपी
सपा के चार विधान परिषद सदस्यों रविशंकर सिंह पप्पू, सीपी चंद, रमा निरंजन और नरेंद्र भाटी ने बुधवार को बीजेपी का दामन थाम लिया है। सपा छोड़कर बीजेपी में शामिल होने वाले चार नेता निकाय क्षेत्रों के द्वारा एमएलसी हैं। माना जा रहा है कि बीजेपी इन चारों सदस्यों को निकाय क्षेत्र एमएलसी चुनाव में उतार सकती है, क्योंकि ये सभी दिग्गज हैं और अपने-अपने इलाके के मजबूत नेता माने जाते हैं।
एमएलसी रविशंकर सिंह उर्फू पप्पू ने बीजेपी की सदस्यता ली है, जो पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के पौत्र हैं। चंद्रशेखर के पुत्र नीरज शेखर पहले ही सपा छोड़कर भाजपा में शामिल हो चुके हैं और राज्यसभा सदस्य हैं। पूर्व मंत्री मार्कण्डेय चंद के पुत्र सीपी चंद 2016 में सपा के समर्थन से गोरखपुर से एमएलसी बने थे और अब उन्होंने बीजेपी का दामन थाम लिया है।
अखिलेश बढ़ाने में लगे हैं अपना कुनबा
वहीं सोमवार को समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने छोटे दलों के साथ गठबंधन को आगे बढ़ाया है। इस दौरान कई दलों के नेता सपा में शामिल हुए. सपा प्रमुख ने लखनऊ में पॉलीटिकल जस्टिस पार्टी के साथ गठबंधन का ऐलान किया।
वहीं लेबर एस पार्टी और भारतीय किसान सेना ने सपा में विलय की घोषणा की है। भारतीय किसान सेना ने समाजवादी पार्टी में विलय की घोषणा की जबकि कई अन्य पार्टियों के नेताओं ने समर्थन देने का भरोसा दिया। अखिलेश यादव ने समाजवादी पार्टी के साथ आए सभी नेताओं का धन्यवाद किया और उम्मीद जताई कि वे जनता तक समाजवादी पार्टी को पहुंचाने में मदद करेंगे।
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