जीपीएम में बिचौलियों के गोदाम से 4000 बोरे से अधिक धान किया गया जब्त, लगातार जारी है छापामार कार्रवाई
जीपीएम में बिचौलियों के गोदाम से 4000 बोरे से अधिक धान किया गया जब्त, लगातार जारी है छापामार कार्रवाई

पेंड्रा। जीपीएम याने गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही जिले में धान की अफरा-तफरी को रोकने के लिए प्रशासन की छापामार कार्रवाई चल रही है। इस दौरान 5 बिचौलियों के यहां की गई कार्रवाई में अब तक अवैध तरीके से संग्रहित किये गए 4000 बोरी धान की जब्ती कर ली गयी है। इस धान को आने वाले दिनों में समर्थन मूल्य पर किसानो के नाम पर बेचने की तैयारी थी।

खोडरी में गोदाम किया गया सील

समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी के लिए चाक-चौबंद व्यवस्था के साथ ही बिचौलियों पर नकेल कसने की कार्यवाही लगातार जारी है। इसी कड़ी में पेंड्रा जिले में सबसे पहली कार्रवाई खोडरी में की गई, जहां राजेंद्र केसरवानी के गोदाम से लगभग 1823 कट्टा अवैध धान जप्त किया गया। जांच में धान बिना किसी दस्तावेज या रिकॉर्ड के विक्रय योग्य रखा पाए जाने पर तहसीलदार पेंड्रारोड की टीम द्वारा जब्ती की कार्यवाही की गई। इसके बाद गवाहों के समक्ष इस गोदाम को सील कर दिया गया।

अगले दिन ग्राम बंझोरका और खोडरी में 300 बोरी अवैध धान की जप्ती की गई। प्रशासन ने अवैध धान भंडारण की सूचना मिलने पर सुब्बालाल मिश्रा के गोदाम में जांच की और बिना किसी दस्तावेज़ एवं समाधान कारक जवाब नहीं होने से गोदाम से 225 बोरी अवैध धान जप्त किया गया एवं गोदाम सील किया गया। इसी तरह ग्राम खोड़री में किराना व्यावसायी किशन साहू के दुकान से अवैध रूप से रखे 75 बोरी धान को जप्त किया गया। इस संबंध में उनके द्वारा किसी प्रकार का दस्तावेज नहीं दिखाया गया।

दो व्यापारियों के यहां 1900 बोरा धान जब्त

अवैध धान के भंडारण के मामले में प्रशासन ने कल ही पेण्ड्रा इलाके में दो स्थानों पर छापेमार कार्यवाही करते हुए 1900 बोरा धान जप्त किया। पहली कार्रवाई पेंड्रा नगर पंचायत में जय मां काली ट्रेडर्स में की गई जहां व्यापारी के गोडाउन में 800 बोरी धान बिना किसी दस्तावेज के पाया गया। इस पर कार्रवाई करते हुए धान जब्त कर गोडाउन को सील कर दिया गया।

इसी तरह ग्राम अंजनी में साहू किराना व्यवसायी के गोदाम में 1100 बोरी धान अवैध रूप से पाया गया। पूछताछ में संतोषजनक जवाब नहीं देने और किसी प्रकार का दस्तावेज नहीं दिखाने पर धान जब्त कर गोदाम को सील किया गया है। जब्ती की कार्रवाई अनुविभागीय अधिकारी राजस्व पेंड्रा रोड अपूर्व टोप्पो, तहसीलदार शेष नारायण जायसवाल, ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी हेमंत कश्यप एवं पटवारियों की उपस्थिति में की गई।

बिचौलियों के बीच मचा हड़कंप

बीते तीन दिनों तक लगातार की गई कार्रवाई से बिचौलिए का काम करने वाले व्यापारियों के बीच हड़कंप मच गया है। दरअसल गांवों में आज भी अदला-बदली की पद्धति से व्यापारी ग्रामीणों को धान या वनोपज के बदले में सामान देते हैं। इससे इन्हें धान काफी सस्ते में मिल जाता है। बाद में यह धान गांव के ही किसानो के खाते के माध्यम से धान खरीदी केंद्र में समर्थन मूल्य पर बेच दिया जाता है। एक अनुमान के मुताबिक इस हेराफेरी से बिचौलियों को 800 से लेकर 1000 रूपये प्रति क्विंटल का फायदा हो जाता है। यही वजह है कि सरकार ने इस पर अंकुश लगाने के लिए छापामार कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। वहीं दूसरे राज्यों से अवैध तरीके से लाये जा रहे धान को रोकने के लिए जगह-जगह नाकेबंदी कर दी गई है।

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