टीआरपी डेस्क। कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमीक्रोन में हाई ट्रांसमिसिबिलिटी और वैक्सीन के खिलाफ संभावित प्रतिरोध की आशंका जताई जा रही है। दक्षिण अफ्रीका में पहली बार मिले कोरोना के नए वेरिएंट के मामले अब तक करीब दुनिया के 1 दर्जन से ज्यादा देशों में फैल गए हैं।

संयुक्त राज्य अमेरिका, ब्रिटेन और कई अन्य देशों ने दुनिया के उस हिस्से के लिए अपनी उड़ानें रोक दी हैं। इस बीच कनाडा ने रविवार को दो लोगों में ओमीक्रॉन वेरिएंट के पाए जाने की पुष्टि की है।
फ्रांस के स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी रविवार को कहा कि देश में आठ नए ओमीक्रॉन के मामले सामने आए हैं। फ्रांस कोरोनोवायरस बीमारी की पांचवीं लहर का सामना कर रहा है और रविवार को 31,000 से ज्यादा देश में मामले दर्ज किए गए। इनमें से ज्यादातर आईसीयू में हैं। इजरायल, हांगकांग और बेल्जियम उन देशों में से थे, जहां ओमिक्रॉन वेरिएंट जल्दी पहुंच गया। यहां उन देशों की पूरी लिस्ट दी गई है जहां ओमीक्रॉन वेरिएंट के मामले आए हैं।
- दक्षिण अफ्रीका
- बोत्सवाना
- बेल्जियम
- हांगकांग
- इजराइल
- यूनाइटेड किंगडम
- नीदरलैंड
- जर्मनी
- चेक रिपब्लिक
- ऑस्ट्रिया
- डेनमार्क
- ऑस्ट्रेलिया
- इटली
- कनाडा
- फ्रांस
घर पर ही हो गया इलाज
कोरोनावायरस के नए स्ट्रेन के मामलों में पॉजिटिव पाए गए शुरुआती मामलों में से एक डॉक्टर ने कहा कि ओमीक्रॉन के लक्षण अब तक हल्के थे और घर पर इसका इलाज किया जा सकता था।
ऑक्सीजन स्तर में भी गिरावट नहीं
नए वेरिएंट से ऑक्सीजन के स्तर में कोई बड़ी गिरावट नहीं आई है। नए वेरिएंट ने दुनिया भर में वैक्सीनेशन की असमानता पर भी प्रकाश डाला है। यहां तक कि कई विकसित देश तीसरी बूस्टर डोज दे रहे हैं, चिकित्सा और मानवाधिकार समूहों के मुताबिक गरीब देशों में 7% से कम लोगों को वैक्सीन की पहली डोज मिली है।
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