कड़े नियम न होने पर शहर के 200 से अधिक हुक्का बार में बर्बाद हो रही युवा पीढ़ी, हाई कोर्ट के झटके के बाद अब मंत्री बोले बनेंगे नियम

रायपुर। राजधानी में वर्तमान में 200 से ज्यादा होटल और रेस्टोरेंट हैं जहां अवैध हुक्का बार चल रहे हैं। केवल गुमास्ता लाइसेंस लेकर उसी की आड़ में होटल और रेस्टारेंट संचालकों ने हुक्का बार का संचालन किया जा रहा है।

संचालन के कोई नियम न होने का फायदा उठाकर बार संचालक छोटे और स्कूली बच्चों तक को एंट्री दे रहे हैं। प्रशासन और पुलिस भी सीधे कार्रवाई नहीं कर पा रहा है। हुक्का बार में छात्र-छात्राओं कई तरह का फ्लेवर तक उपलब्ध कराया जा रहा है। इसके लिए भी हुक्का बार संचालकों में होड़ सी मची है। छात्रों के साथ छात्राओं को भी अलग-अलग फ्लेवर के लिए ऑफर किया जाता है। युवक-युवतियों के साथ-साथ नाबालिगों को भी प्रवेश करने से रोक नहीं है।

हुक्का बार में महानगरों की तर्ज पर छोटे-छोटे और मद्धिम रौशनी वाले कमरे बनाए गए हैं। हुक्का बार खोलने के लिए स्कूल-कॉलेज और अस्पतालों का भी ध्यान नहीं रखा गया। बाजार और घनी आबादी वाली बस्तियों व कालोनियों तक में हुक्का बार खोल दिए गए हैं। धीरे-धीरे इसका क्रेज इतना बढ़ता जा रहा है कि कुछ बड़े प्रतिष्ठित होटल व मॉल में भी अलग से हुक्का जोन बना दिया गया है। टेबल के आधार पर हुक्के की कीमत ली जाती है। जानकारों के अनुसार अकेले रायपुर में ही 200 से ज्यादा हुक्का बार चल रहे हैं।

हाई कोर्ट ने शासन से मांगा है जवाब

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल इस बारे में निर्देश दे चुके हैं कि शहर में हुक्का बार बंद होंगे। बावजूद इसके हुक्काबारों में युवाओं की भीड़ उमड़ी रहती है। पुलिस द्वारा लगातार कार्रवाई भी की जा रही है मगर इसपर लगाम नहीं लग रही है। इधर हाईकोर्ट ने भी शासन से इस संबंध में शासन को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है।

इन इलाकों में हैं सबसे ज्यादा हुक्का बार

शहर के माना वीआईपी रोड, तेलीबांधा, समता कॉलोनी, सड्डू इलाके, देवेंद्र नगर, कटोरा तालाब, अनुपम नगर, खम्हारडीह, मोवा इलाके में कई हुक्का बार चल रहे हैं। कहीं पर तो क्लब और प्ले जोन के आड़ पर हुक्के का अवैध कारोबार किया जा रहा है। ज्यादातर जगह पर एक हुक्के की कीमत 300 से 500 रुपए तक है। फ्लेवर के अनुसार कीमत बढ़ती जाती है।

सेहत के लिए घातक है हुक्के का कश

चिकित्सा विशेषज्ञों की मानें तो हुक्के के साथ दिया जाने वाला फ्लेवर स्वास्थ्य की दृष्टि से बेहद घातक है। रैपर में निकोटीन फ्री लिखा रहता है, लेकिन इसमें निकोटीन की मात्रा होती है। पुलिस ने गुरूवार को एक हुक्का पार्टी में छापा मारा। पार्टी में शामिल रायपुर के रईस कारोबारी परिवारों से ताल्लुक रखने वाले 6 युवक और कैफे चलाने वाले दो लोग गिरफ्तार हुए हैं। ये कार्रवाई रायपुर के तेलीबांधा थाने की पुलिस ने की है।

हुक्का बार देशभर में है प्रतिबंधित

हुक्का बार देशभर में प्रतिबंधित है। सिगरेट और अन्य तंबाकू उत्पाद (विज्ञापन पर प्रतिबंध और व्यापार तथा वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति और वितरण के विनियमन) अधिनियम 2003 (सीओटीपीए) के अंतर्गत 23 मई 2017 को केंद्र सरकार ने अधिसूचना जारी कर हुक्के के उपयोग पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया है। हालांकि कुछ महानगरों में इसके संचालन के लिए बाकायदा लाइसेंस दिया जाता है।

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