WHO ने दी चेतावनी- हर देश में पहुंच चुका है ओमिक्रॉन, डेल्टा से भी अधिक संक्रामक

जिनेवा/नई दिल्ली। कोरोना वायरस के नए और अधिक संक्रामक माने जा रहे वैरिएंट को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की ओर से डराने वाली चेतावनी जारी की गई है।

डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस घेब्रेसियस ने कहा कि 77 देशों में ओमिक्रॉन के मामले सामने आ चुके हैं और सच्चाई यह है कि ओमिक्रॉन संभवत: सभी देशों में पहुंच चुका है, भले ही वहां कोई मामला दर्ज न किया गया हो। उन्होंने कहा कि ओमिक्रॉन जिस तेजी से फैल रहा है वैसी स्थिति किसी भी पिछले वैरिएंट के साथ नहीं देखी गई है।

बढ़ सकती हैं मौतें और भर्ती होने के मामले

डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि हमें लगता है कि ओमिक्रॉन की वजह से अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या और मृत्यु दर में तेजी आएगी। बयान में कहा गया है कि, ‘चिंता के कारण एक वैरिएंट से संक्रमण के मामलों की संख्या पूरी दुनिया में बढ़ी है, ऐसे में हमें उम्मीद है कि अस्पताल में भर्ती होने के मामलों और यहां तक कि इस संक्रमण की वजह से जान गंवाने वाले मरीजों की संख्या में भी बढ़ोतरी होगी।’

पूरी तरह समझने के लिए अभी और जानकारी चाहिए

बयान में यह भी कहा कि अभी ओमिक्रॉन को पूरी तरह से समझने के लिए और जानकारियों की आवश्यकता है। हम देशों को अस्पताल में भर्ती किए जाने वाले मरीजों के डाटा को हमारे कोविड-19 क्लिनिकल डाटा प्लेटफॉर्म पर साझा करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। इससे हमें इसे समझने में मदद मिलेगी।

देश में तीसरी लहर का कारण बन सकता है ओमिक्रॉन

इससे पहले डब्ल्यूएचओ ने कहा था कि ओमिक्रॉन वैरिएंट बड़ा प्रभाव डाल सकता है लेकिन इस बारे में निश्चित तौर पर कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। यह वैरिएंट भारत में दूसरी लहर का सबब बने डेल्टा से भी अधिक संक्रामक माना जा रहा है। कहा जा रहा है यह तीसरी लहर का कारण बन सकता है।

भारत में ओमिक्रॉन से संक्रमण के अब तक 45 मामले

भारत में ओमिक्रॉन संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर अब 45 हो गई है। पहले की तरह सबसे ज्यादा संक्रमण महाराष्ट्र में देखने को मिल रहा है। वहीं दूसरा सबसे अधिक प्रभावित राज्य राजस्थान है। स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को सतर्क रहने के लिए कहा है और प्रोटोकॉल का पालन करने के लिए कहा है।