रायपुर। उत्तर हिमालयीय क्षेत्रासे आ रही ठंडी और सूखी हवाओं ने पूरे प्रदेश के मौसम को अपनी चपेट में ले लिया है। सरगुजा संभाग के अलावा छत्तीसगढ़ के अधिकांश मैदानी इलाके इस समय शीतलहर की चपेट में हैं।

राजधानी रायपुर में तो तापमान की बड़ी गिरावट दर्ज हुई है। यहां एक दिन के अंतर में 7.5 डिग्री सेल्सियस तक पारा गिरा है। दुर्ग में तो न्यूनतम तापमान सामान्य से 7.9 डिग्री सेल्सियस तक नीचे पहुंच गया है।
मौसम विज्ञान विभाग के आंकड़ों के अनुसार सोमवार सुबह 5.30 बजे रायपुर का न्यूनतम तापमान 9.5 डिग्री सेल्सियस मापा गया। रविवार को यहीं पर न्यूनतम तापमान 14.3 डिग्री सेल्सियस था। अब न्यूनतम तापमान सामान्य से 3.1 डिग्री तक कम है। माना हवाई अड्डे पर सोमवार को न्यूनतम तापमान 8.4 डिग्री मापा गया। यह एक दिन पहले के तापमान से 4.2 डिग्री सेल्सियस कम है।
वहीं रायपुर के ही लाभांडी में न्यूनतम तापमान 5 डिग्री सेल्सियस रहा। एक दिन पहले लाभांडी का तापमान 12.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ था। एक दिन के भीतर यह रायपुर के तापमान का सबसे बड़ा अंतर था। नवा रायपुर में न्यूनतम तापमान 7.1 डिग्री सेल्सियस मापा गया है।
पेंड्रा और कवर्धा की चिल्फी घाटी ओस की चादर
जशपुर, कोरिया, पेंड्रा रोड और कवर्धा की चिल्फी घाटी क्षेत्र में रात का तापमान बेहद कम है। वहां खेतों और पेड़-पौधों की पत्तियों पर पड़ी ओस की बूंदें जम गई हैं।
मौसम विज्ञानियों का कहना है कि प्रदेश के उत्तर और मध्य क्षेत्र के कुछ भाग शीतलहर की चपेट में आ चुके हैं। पेंड्रा रोड क्षेत्र में ठंड का असर इस तरह देखने को मिल रहा है, जहां ओस की बूंदें बर्फ के फाहे में बदल गई हैं।
प्रदेश के अन्य जिलों में ऐसे हैं हालात
मौसम विज्ञानी एचपी चंद्रा ने बताया कि बिलासपुर में न्यूनतम तापमान सामान्य से 6.1 डिग्री नीचे चला गया है। दुर्ग में यह सामान्य से 7.9 डिग्री और राजनांदगांव में 4.9 डिग्री सेल्सियस नीचे है।
कोरिया में न्यूनतम तापमान 3.3 डिग्री सेल्सियस मापा गया है, जो इस सीजन का सबसे कम है। डूमर बहार में 4.4 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकॉर्ड किया गया है।