Breaking News: Omicron के बढ़ते संक्रमण को रोकने WHO ने दी चेतावनी, जारी किए 7 अलर्ट
Breaking News: Omicron के बढ़ते संक्रमण को रोकने WHO ने दी चेतावनी, जारी किए 7 अलर्ट

टीआरपी डेस्क। भारत सहित दुनिया के अधिकांश देशों में ओमिक्रोन वेरिएंट का संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन पहले ही कह चुका है कि संक्रमण फैलने के मामले में ओमिक्रोन वेरिएंट डेल्टा की तुलना में ज्यादा खतरनाक है।

मिली जानकारी के मुताबिक दक्षिण अफ्रीका में सबसे पहले ओमिक्रोन वेरिएंट का पता चला था। दक्षिण अफ्रीका ने 24 नवंबर को पहली बार ओमिक्रोन वेरिएंट का पता लगाया था, लेकिन अब बीते कुछ दिनों से दक्षिण अफ्रीका में ओमिक्रोन संक्रमित मरीजों की संख्या में गिरावट देखने को मिली है। इस बीच ओमिक्रोन वेरिएंट को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अभी तक सात नए अलर्ट जारी किए हैं।

जिनेवा में WHO के महानिदेशक टेड्रोस एडनॉम घेब्येयियस ने कहा कि ओमिक्रोन वेरिएंट उस दर से फैल रहा है, जो हमने किसी बीते किसी वेरिएंट के साथ नहीं देखा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के वैज्ञानिकों ने शोध के बाद एक रिपोर्ट में कहा कि संक्रमण के 24 घंटे बाद ही ओमिक्रोन डेल्टा और असली सार्स-सीओवी-2 वायरस से करीब 70 गुना तेजी से शरीर में फैलने लगता है।

  • ओमिक्रोन वेरिएंट पर फिलहाल मौजूद वैक्सीन की प्रभावशीलता का अध्ययन करने वाले वैज्ञानिकों की एक टीम ने कहा है कि ओमिक्रोन वेरिएंट पर भी वैक्सीन काम कर रही है। रूस के गमलाया सेंटर द्वारा किए गए एक शुरुआती शोध के बाद शोधकर्ताओं ने दावा किया है कि स्पुतनिक V वैक्सीन और एक शॉट स्पुतनिक लाइट बूस्टर डोज ओमिक्रोन वेरिएंट के खिलाफ अधिक प्रभावी हो सकती है।
  • यूनाइटेड किंगडम, दक्षिण अफ्रीका और डेनमार्क के प्रारंभिक आंकड़ों से पता चलता है कि डेल्टा संस्करण की तुलना में ओमिक्रोन वेरिएंट से संक्रमित मरीजों में अस्पताल में भर्ती होने का जोखिम काफी कम है।
  • ओमिक्रोन वेरिएंट को लेकर अभी तक शोध के प्रारंभिक आंकड़े बताते हैं कि मोनोक्लोनल एंटीबॉडी ओमिक्रोन को बेअसर करने में कम सक्षम हो सकता है।
  • रिसर्च में बताया गया है कि जो लोग ओमिक्रॉन से संक्रमित थे। विशेष रूप से वे लोग जिन्हें वैक्सीन लगा चुकी थी, उनमें कोरोना के डेल्टा वेरिएंट के लिए इम्यूनिटी बढ़ गई थी।
  • WHO ने ओमिक्रोन के बारे में कहा है कि यह वायरस उन लोगों में भी फैलने में सक्षम है, जिन्हें कोरोना वैक्सीन के दोनों डोज लग चुके हैं।
  • रिसर्च में बताया गया है कि जो लोग ओमिक्रॉन से संक्रमित थे। विशेष रूप से वे लोग जिन्हें वैक्सीन लगा चुकी थी, उनमें कोरोना के डेल्टा वेरिएंट के लिए इम्यूनिटी बढ़ गई थी।
  • WHO ने ओमिक्रोन के बारे में कहा है कि यह वायरस उन लोगों में भी फैलने में सक्षम है, जिन्हें कोरोना वैक्सीन के दोनों डोज लग चुके हैं।

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