Omicron संक्रमितों की संख्या 1400 के पार, दिल्ली- महाराष्ट्र से सर्वाधिक केस दर्ज, केंद्र ने सभी राज्यों को चिट्ठी लिख कहीं ये बा
Omicron संक्रमितों की संख्या 1400 के पार, दिल्ली- महाराष्ट्र से सर्वाधिक केस दर्ज, केंद्र ने सभी राज्यों को चिट्ठी लिख कहीं ये बा

मुंबई। मुंबई में कोरोना का नया वेरिएंट ओमिक्रोन कम्युनिटी में तेजी से पैर पसारने लगा है। इसका अंदाजा जीनोम सिक्वेंसिंग की रिपोर्ट से लगाया जा सकता है।

जीनोम सिक्वेंसिंग में 141 मुंबईकर ओमिक्रोन संक्रमित पाए गए हैं। इनमें सबसे ज्यादा मरीज पॉश इलाकों में मिल रहे हैं। 141 में से सिर्फ 21 मरीज अंधेरी पश्चिम वॉर्ड में मिले हैं, जबकि ग्रांट रोड में 11, बांद्रा-पश्चिम में 10, माटुंगा में 10 और वर्ली में 8 मरीज मिले हैं।

मुंबई में ओमिक्रोन का सामूहिक प्रसार तो नहीं हो रहा है? यह जानने के लिए बीएमसी ने 21 दिसंबर से उन सभी मरीजों का सैंपल जीनोम सिक्वेंसिंग में भेजना शुरू किया है, जो कोविड पॉजिटिव मिल रहे थे।

बीएमसी ने 21 और 22 दिसंबर में मिले 300 से अधिक कोविड संक्रमितों के सैंपल की जांच की। इस जांच में 141 सैंपल में ओमिक्रोन का वेरिएंट पाया गया। ये सभी मुंबई के निवासी हैं और इनकी कोई ट्रेवल हिस्ट्री नहीं रही है।

बुधवार को भी ओमिक्रोन संक्रमितों में 19 मुंबईकर ऐसे थे, जिन्होंने कभी विदेश यात्रा नहीं कि है। अभी तक सिर्फ विदेश से आने वाले यात्री ही ओमिक्रोन संक्रमित पाए जा रहे थे।


कम्युनिटी प्रसार की संभावना बढ़ गई

बीएमसी के अतिरिक्त आयुक्त सुरेश काकानी ने बताया कि इन मामलों को देखते हुए यह कहा जा सकता है कि मुंबई में ओमिक्रोन के सामूहिक प्रसार की संभावना बढ़ गई है।

गुरुवार को मिले 141 ओमिक्रोन संक्रमितों में से 95 मरीजों में एक भी लक्षण नहीं मिला है। 39 मरीजों में हल्के और 7 मरीजों में कोरोना के मध्यम लक्षण मिले हैं।

इसके साथ ही इन ओमिक्रोन संक्रमितों में 93 मरीजों ने कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज और 3 मरीजों ने एक ही डोज ली है।

क्या कहते हैं विशेषज्ञ

कोविड टास्क फोर्स के सदस्य डॉ. राहुल पंडित ने कहा कि अभी यह कहना जल्दबाजी होगी की ओमिक्रोन का प्रसार कम्युनिटी में हो गया है। सप्ताह भर बाद ही इस पर कुछ स्पष्ट कहा जा सकता है।

डॉ. गौतम भंसाली ने बताया कि घबराने की कोई जरूरत नहीं है, क्योंकि जो भी मरीज अस्पताल में भर्ती हो रहे हैं। उनमें हल्के लक्षण मिल रहे हैं। इन्हें न ही ऑक्सिजन की जरूरत पड़ रही है और न ही वेंटिलेटर की।