टीआरपी डेस्क। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को मेरठ के सरधना में खेल विश्वविद्यालय की आधारशिला रखी। खिलाडियों को मेजर ध्यानचंद खेल यूनिवर्सिटी का तोहफा दिया हैं। यह विश्वविद्यालय करीब 92 एकड़ जमीन पर 700 करोड़ की लागत से बनेगा। इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पीएम दिल्ली से ही सड़क मार्ग होते हुए एक्सप्रेस-वे से मेरठ पहुंचे है। पीएम मोदी ने मेरठ पहुंचकर औघड़नाथ मंदिर पूजा इसके बाद पीएम मोदी ने शहीद स्मारक पहुंचकर शहीदों को 1857 के अमर शहीदों को श्रद्धासुमन अर्पित किया।

खेल विश्वविद्यालय मेरठ के सरधना शहर के सलावा और कैली गांवों में 700 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित किया जाएगा। पीएमओ ने कहा, प्रधानमंत्री मोदी देश में खेलों की संस्कृति को बढ़ावा देने और खेल संसाधनों को विश्व स्तरीय बनाने की दिशा में लगातार काम कर रहे हैं। मेरठ में खेल विश्वविद्यालय की स्थापना का कदम उनके इसी दृष्टिकोण के तहत उठाया जा रहा है। प्रधानमंत्री के दौरे से पहले मेरठ के सरधना को दीपों से सजाया गया है। पीएम मोदी और सीएम योगी कुछ देर में रैली को संबोधित करने वाले है। पीएम मोदी इस दौरान स्थानीय खिलाड़ियों को भी सम्मानित करेंगे।
यूनिवर्सिटी में क्या होगा खास
प्रशासनिक ब्लाक, एकेडमिक ब्लाक, सेंट्रल लाइब्रेरी, आडिटोरियम, फैसिलिटी सेंटर (बैंक, डाकघर व दुकान), शाङ्क्षपग कांप्लेक्स, मेंटीनेंस कार्यालय, हेल्थ सेंटर, पुलिस चौकी, अतिथि गृह, कुलपति आवास, पुरुष छात्रावास, महिला छात्रावास, अधिकारियों व कर्मचारियों के अलग-अलग टाइप 2, 3, 4 व 5 आवास, मल्टीपरपज हाल, जिमनेजियम, योग हाल, गार्ड रूम, बास्केट बाल, लान टेनिस, वालीबाल, 100 मीटर ट्रैक, हाकी ग्रांउड, फुटबाल, एथलेटिक्स, हैंडबाल कोर्ट, 60 मीटर शूटिंग रेंज, 90 मीटर शूटिंग रेंज व 125 मीटर शूटिंग रेंज आदि खेल विवि की डीपीआर में शामिल किए जा रहे हैं।
- 700 करोड़ की लागत से बन रही है मेजर ध्यानचंद स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी।
- आधुनिक सुविधाओं से लैस होगी नई यूनिवर्सिटी।
- एक साथ 1080 खिलाड़ियों को ट्रेनिंग दी जा सकेगी।
- एथलेटिक्स जैसे आउटडोर गेम्स के लिए 25 से 30 हजार लोगों के बैठने की व्यवस्था होगी।
- कुश्ती, खो-खो और कबड्डी जैसे खेलों के लिए 5 हजार की क्षमता वाला हॉल बनेगा।
- यूनिवर्सिटी में सिंथेंटिक हॉकी मैदान, फुटबॉल मैदान होगा।
- बास्केटबॉल, वॉलीबॉल, हैंडबॉल, लॉन टेनिस कोर्ट भी होगा।
- निशानेबाजी और तीरंदाजी के लिए शूटिंग रेंज भी होगा।
- सिंथेटिक रनिंग स्टेडियम, स्विमिंग पूल जैसी सुविधाएं भी होंगी।
नागर शैली में बने हैं कई प्राचीन मंदिर
खेल विवि भारत की प्राचीन नागर शैली में तैयार होगा। मंदिर निर्माण में इस शैली का अधिक उपयोग होता है। भारत के कई प्रसिद्ध मंदिर इसी शैली में निर्मित हैं। इनमें ओडीशा का कोणार्क मंदिर और जगन्नाथ मंदिर शामिल हैं। उप्र के पहले खेल विवि में विश्वस्तरीय तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा। खिलाड़ियों के लिए अत्याधुनिक सुविधाएं होंगी।
आइए जानते हैं मेरठ के औघड़नाथ मंदिर के बारे में
- औघड़नाथ मंदिर मेरठ का सबसे प्राचीन और प्रसिद्ध मंदिर है।
- मंदिर भगवान शिव को समर्पित है।
- मंदिर काली पलटन मंदिर नाम से भी मशहूर है।
- शिवलिंग स्वयंभू यानि कि स्वयं धरती से बाहर निकला है।
- शिवरात्रि और सावन में काफी दूर दूर से भक्त दर्शन करने आते यहां आते हैं।
- मंदिर 1857 में हुई देश के पहले स्वतंत्रता संग्राम का गवाह रहा है।
- 1968 में पुराने मंदिर की जगह नया स्ट्रकचर बनाया गया।
- 1987 में हाल और 2001 में मंदिर के शिखर पर 4.5 किलो सोने का कलश रखा गया।
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