जेल में रहकर बनाया गिरोह, सूने मकानों को बनाते थे निशाना, 77 लाख के जेवर समेत 6 लोग पुलिस की गिरफ्त में
जेल में रहकर बनाया गिरोह, सूने मकानों को बनाते थे निशाना, 77 लाख के जेवर समेत 6 लोग पुलिस की गिरफ्त में

दुर्ग। कचरा उठाने के बहाने सूने मकानों को निशाना बनाने वाले गिरोह का पुलिस ने पर्दाफाश किया है। यह गिरोह दुर्ग- भिलाई में चोरी की वारदातों को अंजाम दिया करता था। शहर में हुई चोरी की एक वारदात को सुलझाने की कोशिश के दौरान यह शातिर गिरोह पकड़ में आ गया, जिसके पास से पुलिस ने लाखों के जेवरात बरामद किये हैं, साथ ही जेवरात खरीदने वाले 3 व्यवसाइयों को भी गिरफ्तार किया है।

दुर्ग रेंज के पुलिस महानिरीक्षक ओ.पी. पाल ने इस मामले का खुलासा करते हुए बताया कि बीते दिसम्बर माह में अवधपुरी रिसाली में गौतम भट्टाचार्य के सूने मकान में घर का ताला तोड़कर घर में रखें सोने चांदी के जेवरात एवं नगदी रकम को चोरी कर ली गई थी, इस मामले की विवेचना के दौरान पुलिस टीम द्वारा लगातार सीसीटीवी कैमरों का बारीकी से अवलोकन किया जा रहा था ।

इस दौरान कैमरे में नजर आये संदिग्ध हुलिये के व्यक्तियों के बारे में पता चला कि वे लोग श्याम नगर रिसाली में किराये का मकान लेकर रहते है और इनकी गतिविधियां संदिग्ध है। फिर क्या था, पुलिस ने निगरानी करते हुए ऐसे वक्त पर इस मकान में दबिश दी जब गिरोह के सदस्य यहां एकत्र थे। पुलिस ने मौके से अनवर खान, सागर सेन, और द्वारिका दास को धर दबोचा।

4 साल से कर रहे थे वारदात

पुलिस द्वारा इन संदेहियों को थाने में लेकर पूछताछ की गई, तब पता चला कि अनवर खान अपने साथियों के साथ रात को निकलता। सभी अलग-अलग होकर अलग-अलग साधनों से एक निश्चित स्थान पर मिलते थे और दिन में रैकी किये गए स्थानों पर चोरियों को अंजाम दिया करते थे। पुलिस ने इस गिरोह के पास से 01 किलो 300 ग्राम सोना व 07 किलो ग्राम चांदी के जेवरात की जब्ती की। साथ ही नगदी रकम लगभग 01 लाख रूपये, होण्डा साईन मोटर सायकलऔर वारदात में इस्तेमाल किये जाने वाले औजार जब्त किये। इनकी कुल कीमत 77 लाख रूपये बताई गई है।

जेल में सजा काटने के दौरान हुई दोस्ती

इस गिरोह का सरगना अनवर खान सन् 1993 में जिला राजनांदगॉव से हत्या के आरोप में रायपुर जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहा था, इस दौरान उसकी पहचान बिलासुपर निवासी सोमचंद उर्फ गुड्डू सोनी से हुई, वह भी बलात्कार के प्रकरण में सजा काट रहा था, यहां रहने के दौरान दोनों की मित्रता हुई। जेल से सजा काट कर बाहर आने के बाद दोनों का मिलना- जुलना होने लगा, इसी दौरान आरोपी अनवर ने चोरी करने एवं चोरी के माल को खपाने के लिए सोमचंद सोनी उर्फ गुड्डू के साथ मिलकर योजना बनाई। सहमति होने पर आरोपी अनवर अपने साथी द्वारिकादास, सागर सेन व 02 अन्य के साथ दुर्ग-भिलाई के शहरी क्षेत्रों में सूने मकानों से सोने-चांदी के जेवरातों व नगदी रकम को चोरी कर अपने साथियों के साथ बंटवारा कर लेता था तथा कुछ जेवरातों को सोमचंद उर्फ गुड्डू सोनी एवं उसके भाई राजू सोनी एवं जितेन्द्र पंवार उर्फ जीतू को बेच देता था। पुलिस ने जेवरात खरीदने वालो को भी गिरफ्तार किया है।


गिरोह के सदस्य सर्तकता बरतते हुये सोना एवं चांदी के जेवरातों के संबंध में बात करते समय चावल को चांदी और गेहूं को सोना शब्द के कोड वर्ड का उपयोग करते थे। इस गिरोह ने दुर्ग-भिलाई में चोरी की 41 वारदातों में अपना हाथ होना स्वीकार किया है।

इस सम्पूर्ण कार्यवाही में निरीक्षक भारती मरकाम, निरीक्षक संतोष मिश्रा, उनि धनीराम नारंगे, उनि धरम मण्डावी, सउनि पूर्ण बहादुर, आरक्षक अनूप शर्मा, उपेन्द्र यादव, पंकज कुमार, संतोष गुप्ता, शमीम खान, शहबाज खान, जुगनु सिंह, पन्ने लाल एवं सायबर सेल, थाना नेवई, चौकी पद्यनाभपुर स्टाफ का सराहनीय योगदान रहा।

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