TRP डेस्क : आय से अधिक संपत्ती रखने और अवैध वसूली के मामले में फंसे निलंबित IPS जी पी सिंह ने गिरफ्तारी के बाद शुक्रवार शाम रायपुर कोर्ट में पेशी के लिए पहुँचे जी पी सिंह ने कोर्ट से निकलते समय कहा था कि “ये पॉलिटिकल विक्टमाइजेशन का मामला है। मैं हमेशा से कहता आ रहा हूं, नान (नागरिक आपूर्ति निगम) की जांच के समय मुझे गवाहों को हॉस्टाइल करने कहा गया। और मामले में पूर्व सीएम रमन सिंह और वीणा सिंह को फंसाने कहा गया।” सिंह के इस बयान के बाद से प्रदेश के राजनैतिक गलियारों में गर्मी बढ़ गई है।
जी पी सिंह के बयान के बाद भाजपा जी पी सिंह के समर्थन में आकर खड़ी हो गई है। भाजपा नेता और विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक का कहना है कि “जीपी सिंह कहा कि कांग्रेस सरकार की ओर से नान केस में पूर्व सीएम रमन सिंह और उनकी पत्नी को फंसाने और गवाह के ऊपर दबाव डालने का प्रयास किया गया। जी पी सिंह के द्वारा सर्वोच्च न्यायालय में भी इससे संबंधित एफिडेविट दिया गया है।
कौशिक ने आगे कहा कि, “वर्तमान सीएम भूपेश बघेल जब कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष पद पर थे तब उन्होंने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा था कि “नान घोटाले में फंसे दो अधिकारियों के खिलाफ जांच और कार्रवाई होनी चाहिए। अगर सरकार ऐसे चलेगी और दबाव बनाएगी तो सरकार से निरपेक्षता की अपेक्षा कैसे कर सकते हैं। सरकार द्वारा दबाव बनाकर बेगुनाह लोगों के फंसाने का काम किया जा रहा है जो सर्वथा अनुचित है।”
वहीं प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का कहना है कि “निलंबित IPS जी पी सिंह खुद को बचाने के लिए ऐसी बयानबाजी कर रहे हैं। अपने बचाव के लिए जी पी सिंह कुछ भी बोल दें यह सहीं नहीं है। और भाजपा ऐसे झूठ के आधार पर राजनीति कर रही है।”
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