यहां सड़क पर हो रही है धान की खरीदी, जान जोखिम में डालकर किसान धान बेचने को मजबूर...
यहां सड़क पर हो रही है धान की खरीदी, जान जोखिम में डालकर किसान धान बेचने को मजबूर...

बलरामपुर। जिले के वाड्रफनगर जनपद क्षेत्र के ग्राम पंचायत सरना में जान जोखिम में डालकर धान खरीदी की जा रही है। किसान मुख्य मार्ग में धान की पलटी करने को मजबूर हैं और बफर लिमिट से अधिक खरीदी होने के बाद उठाव नहीं होने से परेशानी और बढ़ गई है। इस केंद्र के दौरे पर आये कलेक्टर ने व्यवस्था दुरुस्त करने का निर्देश दिया है।

एमपी को जोड़ने वाली सड़क के किनारे है केंद्र

ग्राम पंचायत सरना में वैसे तो धान की खरीदी सालों से की जा रही है लेकिन ट्रैफिक के बढ़ते दबाव के कारण अब यहां परेशानी बढ़ गई है। यहां वाड्रफनगर से मध्यप्रदेश को जोड़ने वाली सड़क पर धान की खरीदी की जा रही है और किसान अपने धान को सड़क पर रखकर ही बारदाने में पलटी करते हैं। सड़क पर हो रही धान खरीदी से किसान बेहद परेशान हैं और हर बार उन्हें हादसे का भय सताता है। यहां मौजूद किसान जयकांत प्रसाद ने बताया यह जगह छोटी पड़ने लगी है, इसलिए इसे अन्यत्र स्थानांतरित किया जाये।

धान का उठाव नहीं होने से बढ़ी परेशानी

इस मामले में खरीदी केंद्र प्रभारी विक्रमादित्य गुप्ता का कहना है कि यहां बम्पर खरीदी हुई है और जगह कम है, वहीं धान का उठाव नही होने से जाम की स्थिति बनी हुई है। इस संबंध में DMO को अवगत कराया गया तब जाकर आज 3 गाड़ियां भेजी गईं, जिनमे धान लोड करके भेजा गया है।

कलेक्टर को किसानों ने बताई समस्या

एक दिन पूर्व ही सरना के धान खरीदी केंद्र का अवलोकन बलरामपुर कलेक्टर कुंदन कुमार ने किया, उन्होंने भी सड़क पर धान खरीदी की बात स्वीकार की, और बताया कि किसानों से नए स्थल पर खरीदी केंद्र स्थापित करने को लेकर चर्चा हुई है, अगर संबंधित जमीन मिल गई तो अगली बार नए स्थान पर खरीदी केंद्र बनाया जायेगा।

जिम्मेदार अधिकारियों की अनदेखी का परिणाम

सरना के धान खरीदी केंद्र में व्याप्त यह समस्या संबंधित विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही के चलते पैदा हुई है। यहां सड़क के किनारे सालों से खरीदी हो रही है, मगर किसी ने भी इस केंद्र का स्थल बदलने की पहल नहीं की। आज जब धान की बंपर खरीदी हो रही है तब परेशानी ज्यादा बढ़ गई है। इसके चलते किसानों ने सीधे कलेक्टर तक यह बात पहुंचाई और अब नए स्थल पर धान खरीदी केंद्र को ले जाने का प्रयास तेज हो गया है।

Hindi News के लिए जुड़ें हमारे साथ हमारे
फेसबुक, ट्विटरयूट्यूब, इंस्टाग्राम, लिंक्डइन, टेलीग्रामकू और वॉट्सएप, पर