UNHRC में इमरजेंसी डिबेट के प्रस्ताव पर भारत ने वोटिंग से दूरी बनाई, पक्ष में 29; विपक्ष में 5 वोट पड़े

मॉस्को/कीव। यूक्रेन के खिलाफ रूस की सैन्य कार्रवाई मंगलवार को छठे दिन भी जारी है। इस संकट को हल करने की डिप्लोमैटिक कोशिशें भी जारी हैं। यूक्रेन संकट पर यूनाइटेड नेशन ह्यूमन राइट्स काउंसिल (UNHRC) ने इमरजेंसी डिबेट का प्रस्ताव दिया था। इस प्रस्ताव के पक्ष में 29 और विपक्ष में 5 वोट पड़े। भारत समेत 13 देशों ने मतदान में भाग नहीं लिया। UNHRC में कुल 47 सदस्य हैं।

इससे पहले संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के विशेष सत्र में रूस और यूक्रेन के डिप्लोमैट ने एक दूसरे पर निशाना साधा। यूक्रेनी डिप्लोमैट सर्गेई किस्लिट्सिया ने कहा कि अगर यूक्रेन नहीं बचता है, तो संयुक्त राष्ट्र भी नहीं बचेगा।

रूस के प्रतिनिधि वसीली नेबेंजिया ने UN में कहा कि कीव के नागरिक शांतिपूर्ण तरीके से बिना किसी परेशानी के राजधानी छोड़कर जा सकते हैं। रूसी ऑपरेशन किसी महत्वपूर्ण सिविल इंफ्रास्ट्रक्चर को प्रभावित नहीं करता है। मौजूदा परेशानी यूक्रेन की वजह से उपजी है।

यूक्रेन युद्द में अब तक 94 लोगों की मौत 376 घायल

यूक्रेन ने दावा किया है कि अब तक की लड़ाई में लगभग 5,300 रूसी सैनिक मारे गए हैं। यूक्रेनी सेना ने लगभग 151 टैंक, 29 विमान और 29 हेलिकॉप्टर को तबाह कर दिया है। दूसरी तरफ संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय ने यूक्रेन में 94 लोगों की मौत और कम से कम 376 नागरिकों के घायल होने की पुष्टि की है।

राजधानी कीव से महज 27 किमी दूर है रूसी फौज

सैटेलाइट-इमेजिंग कंपनी मैक्सार टेक्नोलॉजीज की तरफ से जारी सैटेलाइट में दिखाई दे रहा है कि रूस की सेना राजधानी कीव से लगभग 27 किलोमीटर दूर एंटोनोव हवाई अड्डे के पास तक पहुंच चुकी हैं।अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन का कहना है कि यूक्रेन बॉर्डर पर तैनात रूस की सेना के करीब 75% सैनिक यूक्रेन में प्रवेश कर चुके हैं।