टीआरपी डेस्क। महिलाएं अब हर क्षेत्र में पुरुषों के कंधे से कंधा मिलाकर प्रगति कर रही है। जो समाज के लिए एक गर्व और सराहना की बात है। राजनीति, टेक्नोलोजी, सुरक्षा समेत हर क्षेत्र में महिलाओं ने हाथ आजमाया और कामयाबी हासिल की है। ऐसे ही विमेंस डे 2022 के खास अवसर पर हम आपको छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित जिलों में बिना डरे नक्सलियों के खिलाफ एक्शन ले रही महिला कमांडो दंतेश्वरी फाइटर्स के बारे में बता रहे है।

दंतेश्वरी फाइटर्स ने बदला बस्तर
अरनपुर-जगरगुंडा मार्ग के कमारगुड़ा जहां अब तक नक्सलियों का कब्जा रहा है। महिला अफसरों को अपने बीच पाकर ग्रामीण महिलाएं बेझिझक पास आईं। बोली-भाषा की दिक्कत को भावनाओं ने दूर कर दिया। कैंप खोल ग्रामीणों में गांव में भी सड़क, स्कूल, अस्पताल बनने की उम्मीद जगाई है।
छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित जिला बस्तर को विकास और शांति की रोशनी से रोशन करने में फोर्स लगी हुई है। यहां के ग्रामीणों के साथ मेलजोल बढ़ाकर उन्हें रोजमर्रा की जरूरतों का सामान उपलब्ध करा रही है। दंतेश्वरी महिला फाइटर्स भी गांव वालों का विश्वास जीतने में सफल हो रही है।
Hindi News के लिए जुड़ें हमारे साथ हमारे
फेसबुक, ट्विटर, यूट्यूब, इंस्टाग्राम, लिंक्डइन, टेलीग्राम, कू और वॉट्सएप, पर…