बड़ी खबर : नहीं रहे शिवकुमार पारीक, पूर्व प्रधानमंत्री से था खास संबंध, PM मोदी ने जताया शोक
बड़ी खबर : नहीं रहे शिवकुमार पारीक, पूर्व प्रधानमंत्री से था खास संबंध, PM मोदी ने जताया शोक

नेशनल डेस्क। देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के करीबी एवं निजी सचिव शिवकुमार पारीक का आज देहांत हो गया। बता दें 83 साल के शिवकुमार पारीक राजस्थान में रहते थे। काफी समय से उनकी तबियत खराब चल रही थी। जिसके बाद मैक्स अस्पताल में उनका निधन हो गया। उनका अंतिम संस्कार रविवार को जयपुर के चांदपोल मोक्षधाम में होगा।

वाजपेयी से था खास संबंध

बता दें पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और शिवकुमार पारीक 60 साल से ज्यादा समय तक एक-दूसरे के साथ रह चुके है। पारीक ने दिल्ली एम्स में भी अंत तक अटल बिहारी वाजपेयी की सेवा में जुटे रहे। शिवकुमार पारीक के निधन पर केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि- जनसंघ के जमाने से पूर्व प्रधानमंत्री अटल जी के घनिष्ठ सहयोगी रहे शिवकुमार पारीक जी के निधन के समाचार से गहरा दुःख हुआ है। राष्ट्रवादी विचारों, मानवी मूल्यों और आदर्शों से उन्होंने असंख्य कार्यकर्ताओं को पोषित करने का भी काम किया।

नानाजी ने दिया था पारीक का सुझाव

मिली जानकारी के अनुसार राष्ट्रिय स्वयंसेवक संघ (RSS) के स्वयंसेवक रहे पारीक और अटल बिहारी वाजपेयी का साथ जनसंघ के समय से ही था। जब 1957 में चुनाव जीतकर अटल बिहारी वाजपेयी लोकसभा पहुंचे तब उनके बोलने के अंदाज से विपक्षी दल के नेता भी बहुत ज्यादा प्रभावित थे। तभी किसी ने सुझाव दिया कि अटलजी को निजी सहायक की जरूरत है। इसके बाद नानाजी देशमुख ने आरएसएस के मजबूत कार्यकर्ता शिवकुमार पारीक का नाम उन्हें सुझाया था।

बता दें शिवकुमार पारीक बहुत साल तक अटलजी के निजी सचिव (personal secretary) रहे। इन दोनों का संबंध बेहद मजबूत था क्योंकि जब राजनीति में अटलजी सक्रिय नहीं थे उसके बाद भी पारीक ने उनका साथ दिया था। जब अटल जी दिल्ली में रहते थे तो शिवकुमार पारीक लखनऊ स्थित उनके संसदीय क्षेत्र के कामकाज को संभालते थे। कई मौकों पर अटल बिहारी वाजपेयी ने शिवकुमार पारीक के घर में होने वाले कार्यक्रमों में शिरकत भी की थी।

PM मोदी ने जताया शोक

शिवकुमार पारीक के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शोक जताया है। पीएम मोदी में उनके निधन पर शोक जताते हुए ट्वीट किया है कि – “शिव कुमार पारीक जी के निधन से दुखी हूं। हमारी पार्टी की विचारधारा में दृढ़ता से निहित, उन्होंने खुद को सेवा, राष्ट्र निर्माण के लिए समर्पित कर दिया और अटल जी के साथ मिलकर काम किया। वर्षों से उनके साथ मेरी बातचीत को संजो कर रखूंगा। उनके परिवार के प्रति संवेदना। शांति।”