शिक्षकों को भर्ती और किसान की मौत के मुद्दे पर सरकार को घेरने का प्रयास, विपक्ष ने किया सदन से बहिर्गमन
शिक्षकों को भर्ती और किसान की मौत के मुद्दे पर सरकार को घेरने का प्रयास, विपक्ष ने किया सदन से बहिर्गमन

रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा में विपक्ष ने 14580 शिक्षकों की भर्ती और नवा रायपुर में किसान की मौत के मामले में सरकार को घेरने का प्रयास किया। भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने प्रश्नकाल में शिक्षकों की भर्ती के संबंध में सवाल किया। उन्होंने कहा कि तीन साल में विभाग न तो भर्ती कर पा रहा और न ही आवेदनों का सत्यापन हो रहा है। इस पर शिक्षा मंत्री ने कोरोना काल को वजह बताया। इस मुद्दे पर विधायक चंद्राकर ने पूरक प्रश्नों की झड़ी लगा दी। विपक्ष के सवालों में स्कूल शिक्षा मंत्री घिरे और जवाब देते रहे। अजय चंद्राकर ने पूछा कि सत्यपान और भर्ती कब तक हो पाएगी, इस दौरान कई सवालों का जवाब जब स्कूल शिक्षा मंत्री नहीं दे पाए, तो स्पीकर चरणदास महंत ने कहा कि मंत्रियों को तैयारी करके आना चाहिए। इस दौरान विपक्ष ने जवाब से असंतुष्ट होकर सदन से बहिर्गमन किया।
नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने शिक्षकों की भर्ती में गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि बिलासपुर में इसी भर्ती और पोस्टिंग मामले में दो शिक्षकों को जेल भेजा गया है। धरम लाल कौशिक ने आरोप लगाया कि शिक्षकों की भर्ती में देरी के पीछे भ्रष्टाचार प्रमुख वजह है।

किसानों के मुद्दे पर स्थगन प्रस्ताव अग्राह्य

नवा रायपुर में किसान की मौत को लेकर विपक्ष ने स्थगन प्रस्ताव रखा, मगर उसे अग्राह्य कर दिया गया। इस मुद्दे पर डॉ रमन सिंह ने मीडिया के साथ चर्चा के दौरान बताया कि नवा रायपुर में सियाराम नामक किसान की आंदोलन के दौरान मौत हो गई। उन्होंने कहा कि बीते 3 सालों में प्रदेश में बड़ी संख्या में किसानों ने आत्महत्या की है। और इस मुद्दे पर सरकार चर्चा से भाग रही है।