बसपा विधायक केशव चंद्रा ने DMF में अनियमितता का मामला उठाया, CM ने कहा - शिकायत करें, जांच से पीछे नहीं हटेंगे
बसपा विधायक केशव चंद्रा ने DMF में अनियमितता का मामला उठाया, CM ने कहा - शिकायत करें, जांच से पीछे नहीं हटेंगे

रायपुर। जांजगीर-चांपा जिले के जैजैपुर क्षेत्र से बसपा विधायक केशव चंद्र ने जिला खनिज न्यास DMF की राशि में अनियमितता पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि वे खुद DMF शासी परिषद के सदस्य हैं, मगर उन्हें अब पता चल रहा है कि जांजगीर जिले में केवल प्रशिक्षण के नाम पर 16 करोड़ रूपये खर्च कर दिए गए हैं। केशव चंद्र ने आरोप लगाया कि DMF की राशि का बंदरबांट हुआ है। जांजगीर समेत प्रदेश के कई जिलों में डीएमएफ राशि के खर्च को लेकर बसपा और भाजपा के विधायकों ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर कई सवाल दागे। इस पर सीएम ने कहा – सारी बातें हवा में की जा रही है। शिकायत नहीं मिली है, शिकायत मिलते ही जांच कर कार्रवाई की जाएगी।

केवल खर्च दिख रहा है, काम नहीं

प्रश्नकाल में बसपा के केशव चंद्रा ने यह मामला उठाया। उन्होंने कहा कि जिले में 112.73 करोड़ की राशि डीएमएफ में जमा हुई थी, और इससे कराए गए कार्यों की सूची में लंबी है। क्या यह राशि शासी परिषद की अनुमोदन से खर्च की गई है। चंद्रा ने कहा इस राशि से प्रशिक्षण के नाम पर 16 करोड़ की बड़ी राशि खर्च की गई है। केवल खर्च दिख रहा है, काम नहीं। उन्होंने यह भी पूछा कि क्या 2019 के बाद डीएमएफ राशि का ऑडिट कराया गया है।

सीएम बघेल ने जवाब में कहा कि अभी ऐसी कोई शिकायत नहीं मिली है। कहीं कोई शिकायत है तो मुझे दें या कलेक्टर को दे दें, हम जांच करने में पीछे नहीं हटेंगे।

कई बार शिकायत की, मगर कार्रवाई नहीं

केशव चंद्रा ने आरोप लगाया कि किसी भी कार्य का अनुमोदन नहीं लिया गया, कौन ठेकेदार है क्या काम किया है यह भी पता नहीं। करोड़ों की राशि का बंदरबांट हुआ है। इसलिए सदन में कह रहा हूं। इसे ही शिकायत मानकर कार्रवाई करें। मैंने कलेक्टर को कई बार शिकायत की थी, लेकिन कोई लाभ नहीं हुआ क्योंकि सकल कर्म वहीं हुआ है। सीएम बघेल ने कहा यह शिकायत नहीं है। आप जनरल बात कह रहे हैं जो वेग में है। सभी काम गाइडलाइन के अनुसार ही कराए जाते हैं। इसलिए कहीं गड़बड़ है, तो शिकायत करिए जांच कराएंगे।

ऑडिट रिपोर्ट सार्वजानिक करने की मांग

भाजपा के नारायण चंदेल ने सवाल उठाया कि कोरोना काल में 16 करोड़ का प्रशिक्षण कैसे हो गया, उन्होंने इसकी अनुमति देने वाले अफसर का नाम पूछा, तो सौरभ सिंह ने डीएमएफ गाइडलाइन के अनुसार हर वर्ष तैयार होने वाले ऑडिट रिपोर्ट को सार्वजनिक करने की मांग की। DMF के सारे ब्यौरे ऑनलाइन करने की जरुरत है। उन्होंने कहा प्रदेश के किसी भी जिले में ऑडिट नहीं हुआ है। तब सीएम बघेल ने कहा कि इसकी जानकारी अलग से दे दूंगा। मीडिया से चर्चा के दौरान केशव चंद्र ने क्या कहा, देखिये VIDEO :

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