बीजिंग। चीन में कोरोना संक्रमण की नई लहर शुरू हो गई है। एक दिन में दोगुने से ज्यादा नए मामले बढ़े। मंगलवार को चीन में 5280 नए कोरोना केस मिले, जो देश में कोरोना महामारी के दिनों के बाद का सबसे तीव्र संक्रमण माना जा रहा है। उधर, डब्ल्यूएचओ ने दुनिया को चेताया है कि डेल्टा व ओमिक्रॉन वैरिएंट से मिलकर विकसित हो रहा नया वैरिएंट चौथी लहर ला सकता है।

10 शहरों में लॉकडाउन
नई कोरोना लहर के कारण चीन के 10 शहरों में लॉकडाउन लगा दिया गया है। 3 करोड़ से ज्यादा लोगों को एक बार फिर घरों में कैद किया गया है। नई लहर से सबसे ज्यादा जिलिन प्रांत पर असर हुआ है। कोरोना मामलों में उछाल के कारण कम से कम 10 शहरों और काउंटियों में लॉकडाउन किया गया है। इनमें शेंजेन का टेक हब शामिल है, जहां 1.70 करोड़ लोग रहते हैं।
बीते एक सप्ताह में बीजिंग, शंघाई समेत ग्वांगडोंग, जिआंग्सु, शेडोंग और झेजियांग प्रांतों में कोविड के नए मामले सामने आए हैं। नोमुरा ने एक नोट में कहा कि इससे चीनी अर्थव्यवस्था एक बार फिर गंभीर रूप से प्रभावित हो सकती है।
दूसरी तरफ, डब्ल्यूएचओ की वैज्ञानिक मारिया वान करखोव ने ट्वीट किया है कि दुनिया में ओमिक्रॉन और डेल्टा के मिश्रण से नया वैरिएंट विकसित हो रहा है जो चौथी लहर ला सकता है। मारिया ने वायरोलॉजिस्ट का ट्वीट रिट्वीट करते हुए लिखा हम इसे ट्रैक कर रहे हैं।
सपाट झूठ बोलने का समय नहीं, बेकाबू हो सकते हैं हालात
इधर कोविड-19 की तेजी से वापसी के बीच शीर्ष चीनी संक्रामक रोग विशेषज्ञ झांग वेनहोंग ने सोमवार को कहा कि यह वक्त चीन के लिए सपाट झूठ बोलने का नहीं है। हमें शून्य-कोविड नीति पर बहस करने के बजाय पूर्ण और टिकाऊ महामारी रणनीतियों को तुरंत लागू करना चाहिए।
वेनहोंग ने चीनी सोशल मीडिया प्लेटफार्म सिना वीबो पर एक पोस्ट में यह टिप्पणी करते हुए कहा, 2020 में कोरोना महामारी के बाद से यह चीन के लिए सबसे कठिन समय है। उन्होंने चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स से बात करते हुए कहा, यह वक्त तुरंत कार्रवाई करने का है अन्यथा हालात बेकाबू हो सकते हैं।