इंडोर स्टेडियम का कोविड सेंटर बना 'आपदा में अवसर' का जरिया,विपक्ष ने सदन में उठाया सवाल, अब अनाप-शनाप खर्च की होगी जांच
इंडोर स्टेडियम का कोविड सेंटर बना 'आपदा में अवसर' का जरिया,
विपक्ष ने सदन में उठाया सवाल, अब अनाप-शनाप खर्च की होगी जांच

रायपुर। कोरोना महामारी के दौरान राजधानी के बलबीर सिंह जुनेजा इंडोर स्टेडियम को कोविड सेंटर बनाया गया था। कोरोना की तीसरी लहर में 2 महीने तक चले इस सेंटर में की गई फिजूल-खर्ची का मामला विपक्ष ने विधानसभा में उठाया। जिसके बाद विधानसभा अध्यक्ष के कहने पर मामले की जांच की बात मंत्री द्वारा कही गई है।

प्रश्नकाल में उठाया मामला

दरअसल नेता प्रतिपक्ष धरम लाल कौशिक ने सदन में नगरीय प्रशासन मंत्री से सवाल किया था कि इंडोर स्टेडियम में चलाये गए कोविड सेंटर में CCTV कैमरा, साउंड सिस्टम, इंटरकॉम, एसी, कूलर, वायर, बिजली बल्ब आदि के किराये में कितना खर्च हुआ और किस फर्म को कितना भुगतान किया गया? इसके जवाब में नगरीय प्रशासन मंत्री ने बताया कि कोविड सेंटर को रायपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा तैयार किया गया था। इसमें स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा 2 करोड़ 36 लाख 64 हजार रूपये खर्च किये गए, वहीं रायपुर नगर निगम द्वारा 18 लाख 81 हजार रूपये का व्यय किया गया।

वार्षिक दर अनुबंध पर कराया काम

कोविड सेंटर के खर्चों की जानकारी देते हुए बताया गया वार्षिक दर अनुबंध के तहत सामग्रियों का ठेका फर्मों को दिया गया था। साथ ही यह भी बताया गया कि कोविड सेंटर में इंटरकॉम का 20 लाख 10 हजार 600 रुपयों का भुगतान किया जाना शेष है।

खरीदी कर लेते तो पैसे बच जाते

नेता प्रतिपक्ष धरम लाल कौशिक ने कोविड सेंटर में सामग्रियों के किराये की दरों को काफी ज्यादा बताते हुए कहा कि अगर AC-कूलर, इण्टरकॉम, CCTV कैमरों और अन्य सामग्रियों की खरीदी कर ली जाती तो सरकार के पैसे बच जाते। नेता प्रतिपक्ष ने मीडिया के समक्ष इसकी जानकारी देते हुए बताया कि जब उन्होंने कोविड सेंटर में किये गए व्यय की जाँच की मांग की तो मंत्री ने देख लेने की बात कही, इस पर अध्यक्ष ने कहा कि मंत्री के कहने का मतलब इसकी जांच होगी।
देखिये VIDEO :

Hindi News के लिए जुड़ें हमारे साथ हमारे
फेसबुक, ट्विटरयूट्यूब, इंस्टाग्राम, लिंक्डइन, टेलीग्रामकू और वॉट्सएप, पर