TRP डेस्क : लखनऊ के लोक भवन में गुरुवार को हुई बैठक में योगी आदित्यनाथ को भाजपा विधायक दल का नेता चुना गया। बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुबर दास पर्यवेक्षक और सह-पर्यवेक्षक के रूप में शामिल हुए। भाजपा के वरिष्ठ नेता सुरेश खन्ना ने आदित्यनाथ के नाम का प्रस्ताव रखा, जिसका भाजपा के पांच विधायकों, सूर्य प्रताप शाही, बेबी रानी मौर्य, राम नरेश अग्निहोत्री, सुशील शाक्य और नंद गोपाल नंदी ने समर्थन किया। गठबंधन सहयोगी निषाद पार्टी के संजय निषाद और अपना दल (एस) के आशीष पटेल ने भी प्रस्ताव का समर्थन किया।

शाम को योगी आदित्यनाथ ने पार्टी और गठबंधन के नेताओं के साथ राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मुलाकात की और औपचारिक रूप से सरकार बनाने का दावा पेश किया। शपथ ग्रहण समारोह आज इकाना स्टेडियम में होगा। इसमें पीएम मोदी, कई केंद्रीय मंत्री, मुख्यमंत्री और भाजपा शासित राज्यों के उपमुख्यमंत्री और विपक्षी दलों के नेता शामिल होंगे।

हालांकि उपमुख्यमंत्रियों के नाम पर अभी भी सस्पेंस बना हुआ है, सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पिछली कैबिनेट के कई मंत्रियों को बरकरार रखा जाएगा। ब्रजेश पाठक, श्रीकांत शर्मा, महेंद्र सिंह, सिद्धार्थ नाथ सिंह, नंद गोपाल नंदी और संदीप सिंह को एक और मौका मिलने की संभावना है। कैबिनेट में नए चेहरों में बेबी रानी मौर्य, असीम अरुण और राजेश्वर सिंह के शामिल होने की संभावना है, जो शपथ लेने वाले 48 मंत्रियों में शामिल होंगे। 2017 में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दो डिप्टी सीएम की घोषणा की थी। इस बार दोनों डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और दिनेश शर्मा मंच पर मौजूद थे, लेकिन योगी आदित्यनाथ या अमित शाह ने कोई घोषणा नहीं की।

Hindi News के लिए जुड़ें हमारे साथ हमारे
फेसबुक, ट्विटरयूट्यूब, इंस्टाग्राम, लिंक्डइन, टेलीग्रामकू और वॉट्सएप, पर