नई दिल्ली : राष्ट्रीय राजधानी में ऐसे नक्सली नेता को दिल्ली क्राइम ब्रांच ने गिरफ्ता किया है।, जो 26 साल पहले बिहार में एक पुलिस अधिकारी की हत्या कर फरार था। क्राइम ब्रांच को 7 अप्रैल लो गुप्त सूचना मिली थी कि किशुन पंडित नाम का व्यक्ति आईपीएफ माले (बिहार में 1990 के दशक में सक्रिय एक नक्सली संगठन) का नेता है जो फरीदाबाद में फिलहाल फर्जी पहचान के साथ रह रहा है।

सूत्रों के अनुसार किशुन पंडित नामक नक्सली नेता ने साल 1996 में बिहार के एक पुलिस अधिकारी का हत्या किया था। और अपने साथियों के साथ एक पुलिस दल से एक राइफल और चालीस राउंड लूट लिया था। दिल्ली क्राइम ब्रांच को सुचना मिलने के बाद पुलिस की एक टीम तुरंत बिहार के पटना स्थित पुनपुन के लिए रवाना हो गया। जहाँ पुलिस और अदालत के रिकॉर्ड की जांच के दौरान दिल्ली पुलिस टीम को पता लगा कि 23 नवंबर, 1996 को पटना के पुनपुन पुलिस थाने की पुलिस पार्टी ने एक गोली की आवाज सुनी और इसके परिणामस्वरूप देवेंद्र सिंह का शव मिला, जो आईपीएफ माले के जिला प्रमुख थे।

किशुन पंडित संगठन का नेतृत्व कर रहे थे और उन्होंने पुलिस दल पर हमला कर एक पुलिस अधिकारी की हत्या कर दी थी और अन्य तीन पुलिस अधिकारियों को बेरहमी से घायल कर दिया था। 8 अप्रैल को किशुन पंडित को पुल प्रह्लाद पुर इलाके से गिरफ्तार किया गया था। अधिकारियों ने कहा कि शुरुआत में उसने खुद को किशुन पंडित के बजाय सुलेंद्र पंडित के रूप में पेश किया और कहा कि वह सूरजकुंड में रहता है।

तलाशी अभियान के दौरान उसके कब्जे से बिहार का एक भू-अभिलेख बरामद किया गया, जिसमें उसका असली नाम लिखा हुआ था। किशुन पंडित पहले भी अपहरण के एक मामले में शामिल था। 1994 में आरोपी और उसके गिरोह के सदस्यों ने मकान मालिक चतुर सिंह के सहयोगी साधु पासवान का अपहरण कर लिया था। उसे इस मामले में गिरफ्तार किया गया था लेकिन बाद में जमानत पर रिहा कर दिया गया था।

Hindi News के लिए जुड़ें हमारे साथ हमारे
फेसबुक, ट्विटरयूट्यूब, इंस्टाग्राम, लिंक्डइन, टेलीग्रामकू और वॉट्सएप, पर