छत्तीसगढ़: छत्तीसगढ़ में शुक्रवार की सुबह केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) द्वारा बड़े नक्सल विरोधी अभियान को अंजाम दिया। मिली जानकारी के मुताबिक नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई में सुरक्षा बलों द्वारा अत्याधुनिक ड्रोन्स का इस्तेमाल किया गया और इन ड्रोन्स की मदद से एंटी नक्सल ऑपरेशन शुरू और समाप्त किया गया। सुरक्षा बलों ने बस्तर जिले के दक्षिणी क्षेत्र के अंदरूनी हिस्से में इस ऑपरेशन को अंजाम दिया जिसमे उन्होंने नक्सलियों के खिलाफ इन ड्रोन्स का इस्तेमाल हथियार के रूप में किया गया।

सूत्रों के अनुसार, शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों ने इस एंटी नक्सल ऑपरेशन की निगरानी की और इसके पूरा होने के बाद, सीआरपीएफ के वरिष्ठ अधिकारी छत्तीसगढ़ गए। सूत्रों ने पुष्टि की है कि नक्सलियों की ओर से बड़े पैमाने पर हताहत हुए हैं, लेकिन सुरक्षा एजेंसियों ने बताया है कि मोस्ट वांटेड नक्सली नेता माडवी हिडमा अब भी जिंदा है। रिज़र्व बल ने शुक्रवार तड़के करीब 1 बजे इस अभियान को अंजाम देने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया गया नक्सलियों के ठिकानों पर की गई कार्रवाई के कुछ ही मिनटों में सुरक्षा बलों ने आक्रामक तरीके से हमला किया और पूरे इलाके में ड्रोन से बमबारी की। बताया जा रहा है कि इस ऑपरेशन को करीब दो महीने की तैयारियों के बाद अंजाम दिया गया। सूत्र बताते हैं कि इस एंटी नक्सल ऑपरेशन को सफलतापूर्वक अंजाम देने के लिए कई सुरक्षा एजेंसियां ​​एक साथ काम कर रही थीं और केंद्रीय गृह मंत्रालय सीधे इसकी निगरानी कर रहा था।

भारत में नक्सलवाद पर गृह मंत्रालय के सलाहकार के. विजय कुमार सहित शीर्ष अधिकारी इस एंटी नक्सल ऑपरेशन की योजना को अंतिम रूप देने में शामिल थे। पिछले 40-50 दिनों में विवरण एकत्र किया गया था, फिर स्थान की पुष्टि होने के बाद, सीआरपीएफ के नेतृत्व में सुरक्षा बलों ने अभियान शुरू किया। विभिन्न नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में तैनात सुरक्षा बलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। सूत्रों ने कहा कि गृह मंत्रालय और सुरक्षा एजेंसियों को आशंका है कि इस ऑपरेशन में नक्सलवादियों को भारी नुकसान हुआ है और वे जवाबी कार्रवाई कर सकते हैं।

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