उत्तरप्रदेश: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 1970 में पूर्वी पाकिस्तान(वर्तमान बांग्लादेश) से आए हिंदू बंगाला परिवारों को पुनर्वास योजना के तहत घर और खेती के लिए जमीन समेत अन्य सौगात दी है। सीएम ने ऐसे 63 परिवारों को 200 वर्ग मीटर आवासीय जमीन के साथ ही जीवन यापन के लिए खेती के लिए दो एकड़ कृषि भूमि भी दी है। इस मौके पर उत्तरप्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने बताया कि 1970 में सभी परिवार बांग्लादेश (तात्कालीन पूर्वी पाकिस्तान) से विस्थापित होकर भारत आए थे। हस्तिनापुर में एक सूत मिल में इन्हें नौकरी दी गई, ये लगभग 407 परिवार थे। 1984 में सूत मिल बंद हो गई, जिसके बाद कुछ परिवारों का पुनर्वास देश के अलग-अलग जगह पर हुआ। लेकिन 65 परिवार ऐसे थे, जो 1984 से लेकर के अबतक अपने पुनर्वास की प्रतीक्षा कर रहे थे।

सीएम आदित्यनाथ ने कहा …

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 63 हिंदू बांग्लादेशी शरणार्थी परिवारों के पुनर्वास परियोजना को लागू कर दिया गया है। 2 एकड़ भूमि और मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत एक लाख 20 हजार रुपये मिलेगा। एक शौचालय का भी निर्माण करवाया जाएगा। सीएम ने कहा कि जिन लोगों को उस देश मे जगह नहीं मिल पाई जहां के वो थे, भारत ने उन लोगों के लिए दोनों हाथ फैलाकर उन्हें जगह दी। ये भारत की मानवता को दिखाता है। 1970 से आये ये परिवार खानाबदोश का जीवन बिता रहे थे। हमने इन्हें पुनर्वासित करने का काम किया है। दो एकड़ भूमि, 200 वर्गमीटर आवासीय पट्टा, मुख्यमंत्री आवास व शौचालय दिया गया। साल 2017 में हमारे सामने अनेक चुनौतियां थीं। मुसहर, वनटांगिया कोल, भील, थारू की स्थिति बदहाल थी। योगी ने कहा कि आज हमने उन जैसे परिवारों को चिन्हित करके उन्हें 1 लाख 8 हजार मुख्यमंत्री आवास दिए।

समाप्त हो गए 2 परिवार

सीएम योगी ने कहा इन 38 वर्षों में न जाने कितने लोग चले गए। दो परिवार पूरा ही समाप्त हो गए, 63 परिवार बचे थे। सीएम योगी ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने पाकिस्तान, बांग्लादेश, अफगानिस्तान से आए हुए उन देशों के अल्पसंखयकों समुदाय को भारत के अंदर नागरिकता देने और उनके पुनर्वास का एक्ट पास किया। तो हम लोगों ने प्रदेश के अंदर पुराने कागज ढूंढने शुरू किए कि कौन से परिवार है, जिन्हें इस कार्यक्रम के तहत योजनाओं का लाभ दिया जा सकता है।


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