चर्चित शिक्षक शशि बैरागी किये गए सेवामुक्त, प्राइमरी स्कूल के बच्चों को फर्राटेदार अंग्रेजी पढ़ाकर चर्चा में
चर्चित शिक्षक शशि बैरागी किये गए सेवामुक्त, प्राइमरी स्कूल के बच्चों को फर्राटेदार अंग्रेजी पढ़ाकर चर्चा में

रायगढ़। जिले के शासकीय प्राथमिक शाला डोंगीपानी, विकासखंड बरमकेला में पदस्थ सहायक शिक्षक एलबी शशि कुमार बैरागी को जिला शिक्षा अधिकारी रायगढ़ द्वारा तत्काल प्रभाव से शासकीय सेवा से मुक्त कर दिया गया है। बता दें कि शशि कुमार बैरागी 16 नवंबर 2021 से बिना सूचना के अनाधिकृत रूप से अपने कर्तव्य से अनुपस्थित रहे, जिससे विद्यालय का अध्ययन-अध्यापन कार्य प्रभावित होने के संबंध में उन्हें शो कॉज नोटिस जारी किया गया था।

नोटिस के जवाब में भेजा त्यागपत्र

शशि कुमार बैरागी द्वारा विकास खंड शिक्षा अधिकारी बरमकेला को संबोधित कर 7 फरवरी 2022 को आवेदन प्रस्तुत किया गया था। उक्त आवेदन में शशि कुमार बैरागी द्वारा पद से त्यागपत्र दिए जाने के संबंध में लेख किया गया था। तत्पश्चात श्री बैरागी को रजिस्टर्ड डाक के माध्यम से सूचित कराया गया कि पद से त्यागपत्र हेतु शासन के नियमानुसार 1 माह पूर्व सूचना या 1 माह का वेतन शासकीय खजाने में चालान द्वारा जमा कर चालान की प्रति संबंधित कार्यालय में विधिवत प्रस्तुत करें, जिससे त्यागपत्र स्वीकार कर सेवा मुक्त किए जाने संबंधी कार्यवाही की जा सके।

सेवा शर्तों संबंधी नियमों का नहीं किया पालन

शशि कुमार बैरागी द्वारा तत्संबंधी किसी प्रकार का न तो जवाब प्रस्तुत किया गया और न ही कार्य पर उपस्थित होने संबंधी कोई पहल की गई। शशि कुमार बैरागी द्वारा निर्धारित समयावधि में किसी प्रकार का कोई प्रतिवाद उत्तर प्रस्तुत नहीं करने के कारण यह मानते हुए कि उन्हें अपनी प्रतिरक्षा एवं बचाव में कोई जवाब प्रस्तुत नहीं करना है तथा विकास खंड शिक्षा अधिकारी बरमकेला द्वारा प्रस्तुत प्रस्ताव 18 अप्रैल 2022 के आधार पर शशि कुमार बैरागी को उनके द्वारा प्रस्तुत त्याग पत्र हेतु आवेदन 7 फरवरी 2022 को आधार मानकर, त्यागपत्र स्वीकृत कर उन्हें सेवा से तत्काल मुक्त करने संबंधी आदेश जारी किया गया है।

प्राइमरी को बच्चों को अंग्रेजी पढ़ाकर आए चर्चा में

बरमकेला डोंगरीपानी शासकीय प्राथमिक शाला के बच्चों को फर्राटेदार अंग्रेजी पढ़ाने के लिए सहायक शिक्षक एलबी शशि कुमार बैरागी चर्चा में आये थे। बच्चों को फर्राटेदार अंग्रेजी पढ़ाने की खबर प्रकाशित होने के बाद इन्हें पूरे देश विदेश में खूब प्रसिद्धि मिली। इन्हें देश के यूपी, आंध्रा समेत विदेशों से भी गिफ्ट मिले। राज्य सरकार के साथ-साथ स्थानीय सामाजिक संगठनों ने भी इन्हें प्रोत्साहित कर सम्मानित किया, मगर फ़िलहाल ऐसी सामने नहीं आयी है जिसकी वजह से इस शिक्षक ने नौकरी करने में असमर्थता जताई थी।

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