amit shah in bhopal

भोपाल। कोरोना काल में पुलिस का एक अलग चेहरा जनता के सामने आया है। पुरे कोरोना काल में पुलिस बल द्वारा किये कार्यों की पूरा देश प्रशंसा करता है और मैं इसके लिए पुरे देश के पुलिस के जवानों का अभिनन्दन करता हूँ। पुलिस का एक मानवीय चेहरा सामने आया है और पुलिस आपदा में क्या कर सकती है इसका एक उत्कृष्ट उदहारण देश की जनता के समक्ष रखा है। मैं आज, 2712 जवान जो कोरोना काल में अपनी ड्यूटी निभाते हुए शहीद हुए है उन सभी को विनम्र श्रद्धांजलि भी देना चाहता हूँ। इन जवानो ने देश की जनता की सेवा करते हुए कोरोना में अपनी जान गवाई है और मैं उन्हें नमन करता हु।

समान प्रकार की चुनौती के लिए सामान प्रकार की रणनीति हो

अपने उद्बोधन में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि हमारे संविधान में पुलिस को राज्यों की आंतरिक सुरक्षा का विषय मन गया है। देश भर की पुलिस को एक वाक्यता के साथ, एक साथ जुड़ कर काम करना पड़ेगा। ऑनलाइन ठगी ,ड्रग्स के मामले जैसी कुछ समस्या हर राज्य की पुलिस के समक्ष है और इसके लिए साझा विचार विमर्श की ज़रूरत है। यह देश के लिए एक आदर्श फोरम है जो समान प्रकार की चुनौतियों के लिए एक मंच पर समाधान करने की सुविधा देती है। देश भर की पुलिस को समान प्रकार की चुनौती के लिए सामान प्रकार की रणनीति को जगह देनी चाहिए तभी जा कर इस कॉन्फ्रेंस का उद्देश्य हल होता है।

देश की पुलिस को अब टेक्नोसेवी बनने की आवश्यक्ता

अपने सम्बोधन में गृह मंत्री ने कहा “अपराधी दुनिया भर की आधुनिक टेक्नोलॉजी से लैस हो रहे हैं और पुलिस को भी उनसे दो कदम अगर रहना होगा और आधुनिक बनना होगा और टेक्नोसेवी बनना पड़ेगा और जब तक कांस्टेबल हैडकांस्टेबल तक टेक्नोलॉजी के संस्कार नहीं जाते हैं हम नए प्रकार के अपराधियों के खिलाफ नहीं लड़ सकते। और ये भी पुलिस साइंस कांग्रेस का एक उद्देश्य है।”

भोपाल में नेशनल फोरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी बनेगी

केंद्रीय गृह मंत्री ने यह भी कहा कि भोपाल में नेशनल फोरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी बनाई जाएगी। अब अंग्रेजों की डंडा मार पुलिस नहीं चलेगी, पुलिस को ज्ञान होना आवश्यक है। इससे ही सबूत और तर्कपूर्ण पुलिसिंग जरूरी है। देशभर की पुलिस के पास करोड़ों में फिंगर प्रिंट का डेटा है। नफीस के माध्यम से जैसे ही अपराधी के फिंगर प्रिंट को कम्प्यूटर में डालेंगे वह डेढ़ मिनट के अंदर आपको नाम दे देगा। ये सिस्टम तभी ऑपरेट हो सकता है, जब आपके के थाने के अंदर की ट्रेनिंग का ये हिस्सा हो। पुलिस की उपस्थिति ही लॉ एंड ऑर्डर को अच्छा रख सकती है। बीट की पेट्रोलिंग, चाहे दस ही लोग निकलें, लेकिन बहुत महत्वपूर्ण संतोष लोगों के बीच खड़ा कर देती है।

इस मंथन से अमृत ज़रूर निकलेगा

इससे पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि इस मंथन से जरूर अमृत निकलेगा, मध्यप्रदेश पुलिस ने एक नहीं अनेक उपलब्धियों हासिल की हैं। पिछले दिनों मप्र पुलिस ने तय किया माफिया के खिलाफ कार्रवाई की जाए, जिनमें सफेदपोश भी होते हैं। 2 साल में 21 हजार एकड़ जमीन मुक्त कराई, जिसकी कीमत 12 हजार करोड़ रुपये है। डायल 100, ऊर्जा महिला डेस्क की स्थापना हमारी प्रमुख उपलब्धियां हैं। हमने ई-एफआईआर शुरू की है। मुझे पूरा विश्वास है प्रधानमंत्री जी ने जिस स्मार्ट पुलिसिंग की बात की है उसके लिए ये कॉन्फ्रेंस बहुत महत्वपूर्ण साबित होगी।

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