चंडीगढ़। पंजाब के मोहाली में पुलिस के खुफिया इकाई के मुख्यालय परिसर में सोमवार रात ग्रेनेड से हमले के मामले की जांच कर रही पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। रिपोर्ट्स के मुताबिक पुलिस ने फरीदकोट के रहने वाले एक शख्स को गिरफ्तार किया है। इसका नाम निशान सिंह बताया जा रहा है। कहा जा रहा है कि इसी ने हमलावरों की मदद की थी और उन्हें लॉजिस्टिक प्रोवाइड करवाया था।

पंजाब पुलिस ने इस मामले में दो और शख्स को हिरासत में लिया है। इस विस्फोट में पाकिस्तान के आतंकवादी से जुड़े खालिस्तानी चरमपंथी समूह के संदिग्ध ओवरग्राउंड वर्कर्स की भूमिका पाई है। पुलिस के एक अधिकारी के मुताबिक जांच के दौरान आतंकवादी हरविंदर सिंह रिंडा से जुड़े एक संदिग्ध का मोबाइल टावर लोकेशन मिला है। इस डेटा तक पहुंचने के बाद सैकड़ों मोबाइल फोन स्थानों को स्कैन किया गया है, कुछ संदिग्ध पाए गए हैं।

वहीं, इस हमले की जांच पर मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मंगलवार को डीजीपी समेत बड़े अधिकारियों के साथ मीटिंग भी की थी। उन्होंने कहा था कि पंजाब का माहौल खराब करने की कोशिश जो भी लोग कर रहे हैं, उन्हें किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। वहीं, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी इस हमले को कायरतापूर्ण कृत्य बताया था और कहा था कि सभी दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी।

बता दें कि सोमवार को मोहाली में पंजाब पुलिस के खुफिया विभाग की इमारत के बाहर धमाका हुआ। पुलिस के मुताबिक सेक्टर 77 एसएएस नगर में पंजाब पुलिस इंटेलिजेंस मुख्यालय में शाम करीब 7:45 बजे विस्फोट की सूचना मिली। कार्यालय की तीसरी मंजिल पर हुए इस विस्फोट से, खिड़कियां टूट गईं और संपत्ति को नुकसान पहुंचा। यह हमला रॉकेट से चलने वाले ग्रेनेड (आरपीजी) को रॉकेट लॉन्चर का उपयोग करके इमारत पर फेंका गया था। पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां इसकी जांच कर रही हैं।

इस हमले के बाद खुफिया मुख्यालय की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। सीसीटीवी को और भी दुरुस्त कर दिया गया है। पंजाब पुलिस के एक शीर्ष अधिकारी के मुताबिक ड्रोन के जरिए पाकिस्तान से हथियार और गोला-बारूद पंजाब में आ रहे हैं। ड्रोन एक बड़ी चुनौती है। इसे रोकने के पर्याप्त इंतजाम की जरूरत है।

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