नई दिल्ली। National Family Health Survey इन दिनों दुबली-पतली छरहरी काया पाने के लिए लोग लाखों खर्च करने को तैयार रहते हेैं जबकि, मोटापे को बीमारी का घर माना जाना लगा है।

वहीं नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे के ऑंकड़े बता रहे हैं कि भारत में करीब हर चौथी महिला और इससे कुछ कम पुरुष मोटापे से ग्रस्त हैं। मोटापे की समस्या उन राज्यों को अधिक परेशान कर रही है जो कि अपेक्षाकृत संपन्न माने -समझे जाते हैं और जहां साक्षरता दर भी काफी अधिक है।

शहरी लोगों में ज्यादा मोटापा
रिपोर्ट के मुताबिक, ग्रामीण पुरुष और महिलाएं अपने शहरी समकक्षों की तुलना में पतले हैं। मोटे लोगों की जनसंख्या का प्रतिशत ग्रामीण क्षेत्रों (20 प्रतिशत) की तुलना में शहरी (33 प्रतिशत) क्षेत्रों में अधिक है। साथ ही, अधिक वजन या मोटापे से ग्रस्त पुरुषों और महिलाओं के अनुपात में लगातार वृद्धि हो रही है।
राजस्थान में दुबली महिलाओं का अनुपात सबसे अधिक
राजस्थान में दुबली महिलाओं का अनुपात सबसे अधिक पुडुचेरी (46 फीसदी), चंडीगढ़ (44 फीसदी), दिल्ली, तमिलनाडु, केरल और पंजाब (41 फीसदी प्रत्येक) में मोटापे से ग्रस्त महिलाओं का अनुपात सबसे ज्यादा है।
इसकी तुलना में राजस्थान, झारखंड और बिहार के बाद गुजरात में दुबली महिलाओं का अनुपात सबसे अधिक है। दूसरी ओर, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में अधिक वजन वाले पुरुषों (45 प्रतिशत) का अनुपात सबसे अधिक है। इसके बाद पुडुचेरी (43 प्रतिशत) और लक्षद्वीप (41 प्रतिशत) हैं।
भारत में मोटापे की स्थिति
महिलाएं शहरी – 33.2% ग्रामीण-19.7%
पुरुष शहरी – 29.8% ग्रामीण-19.3%