
रायपुर। कलेक्टर रायपुर सौरभ कुमार ने जिले के सभी नगरीय और ग्रामीण क्षेत्रों में खुले एवं अनुपयोगी ट्यूबवेल (नलकूपों) को तत्काल बंद कराने के निर्देश दिए है। उन्होंने इनका उपयोग जल संरक्षण के लिए भी करने पर बल दिया है। इस तारतम्य में जिले के अनुविभागीय दंडाधिकारी, नगरीय निकायो के अधिकारी तथा लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारी टीम बनाकर ऐसे अनुपयोगी, असुरक्षित तथा बंद नलकूपो की जांच कर रहे हैं। जिले में करीब छह दर्जन नलकूपो की जांच की गई और करीब एक दर्जन नलकूपों को तत्काल बंद करने की कार्रवाई की गई ।


सीएम की पहल पर शुरू हुई कार्रवाई
गौरतलब है कि जांजगीर- चांपा में खुले बोरवेल में 10 वर्षीय राहुल के गिरने की घटना के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेश में खुले बोरवेल को तत्काल बंद करने के सख्त निर्देश सभी कलेक्टरों और एसपी को दिए थे।
यहां 6 बोरवेल खुले मिले
SDM आरंग अतुल विश्वकर्मा ने बताया कि आरंग तहसीलदार गोविंद सिन्हा और अतिरिक्त तहसीलदार मीना साहू ने ग्रामीण इलाकों में करीब दो दर्जन बोरवेल का निरीक्षण किया, इनमे से छह बोरवेल खुले पाए गए। इन्हें सुरक्षित करने तथा केप लगाकर बंद करने की कार्रवाई की गई। नगरीय इलाकों में मंदिर हसौद और समोदा में भी बोरवेल्स का निरीक्षण कराया गया।
SDM अभनपुर निर्भय साहू के क्षेत्र में जांच टीम को अभनपुर और बेंद्री में खुले बोरवेल मिले, जिन्हें सुरक्षित रूप से बंद करने की कार्रवाई की गई । रायपुर अनुविभाग के करीब एक दर्जन स्थानों की जांच की गई और इनमें से खुले एवं असुरक्षित बंद नलकूपों को सुरक्षित रूप से बंद कराया गया। यह कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी। ऊपरवारा में असुरक्षित एवं खुले नलकूप को सीमेंट के माध्यम से बंद करवाया गया इसी तरह रायपुर नगर निगम और तिल्दा क्षेत्र में निरिक्षण के दौरान अनेक बोरवेल सूखे और बेकार मिले जिन्हें सुरक्षित तरीके से बंद किया गया।

कलेक्टर की अपील- बोरवेल को खुला ना छोड़ें
कलेक्टर रायपुर सौरभ कुमार ने जिले के सभी नागरिकों और किसानों से अपील की है कि वे बोरवेल को खनन करने के बाद उसे खुला नहीं छोड़े। बोरवेल के गहरा होने के कारण इसमें छोटे बच्चों के गिरने एवं फसने की संभावना रहती है। बोरवेल खनन के तत्काल बाद इसे सुरक्षित रखने, ढकने या बंद करने की कार्रवाई करें। उन्होंने नागरिकों से यह भी कहा है कि अगर किसी जगह खुला बोरवेल दिखाई दे तो उसकी सूचना तत्काल जिला प्रशासन अथवा स्थानीय प्रशासन के अधिकारियों को दें।

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